नई दिल्ली: दुनियाभर में कुत्तों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. हालांकि भले ही कुत्तों को इंसान का दोस्त माना जाता है और बड़ी संख्या में लोग इन्हें पालते भी हैं, लेकिन इसके बावजूद समाज का एक तबका कुत्तों से नफरत भी करता है. इसकी वजह है कुत्तों का आतंक. कई जगहों पर आवारा से लेकर पालतू कुत्तों तक ने ऐसा आतंक मचाया हुआ है कि लोगों का वहां आना-जाना ही मुश्किल हो गया है. कई लोगों को तो ये कुत्ते काटकर बुरी तरह घायल भी कर चुके हैं. इस बीच आवारा कुत्तों से जुड़ा एक मामला आजकल पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है, जिसके बारे में जानकर लोग हैरान भी हो रहे हैं और तारीफ भी कर रहे हैं.

दरअसल, मुंबई में कुछ कुत्तों का भी ‘आधार’ कार्ड जारी किया गया है. जी हां, ये चौंकाने वाली बात तो है, लेकिन बिल्कुल सच है. मामला कुछ यूं है कि मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर बीएमसी ने 20 आवारा कुत्तों का पहचान पत्र बनाया है और उस पहचान पत्र को उनके गले में लटका दिया है. इसके अलावा एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 के बाहर उन्हें वैक्सीन भी लगाई गई, ताकि आम लोगों को उनसे कोई खतरा न हो.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसमें एक स्कैनर लगा हुआ है, जिसमें कुत्तों से जुड़ी सभी तरह की जानकारियां मौजूद हैं. आप जैसे ही उस क्यूआर कोड को स्कैन करेंगे, आपको पता चल जाएगा कि उस कुत्ते का नाम क्या है, उसका टीकाकरण हुआ है या नहीं हुआ है और अगर हुआ है तो कब हुआ है. इसके अलावा नसबंदी से लेकर उसका मेडिकल विवरण भी उस स्कैनर में मौजूद है. बताया जा रहा है कि इस अनोखे पहल की शुरुआत ‘pawfriend.in’ नाम की एक संस्था ने की है. उसी ने कुत्तों का पहचान पत्र बनाया है.

इस पहल के पीछे अक्षय रिडलान नाम के एक इंजीनियर का हाथ है. उन्होंने कुत्तों के लिए बने पहचान पत्र का फायदा बताते हुए कहा कि अगर कोई जानवर कहीं खो जाता है, तो क्यूआर कोड की मदद से ये पता लगाया जा सकता है कि वो असल में कहां से आया है. ऐसे में उसे वापस उसके घर तक पहुंचाया जा सकता है. इसके अलावा एक फायदा ये भी है कि बीएमसी के पास आवारा कुत्तों या अन्य जानवरों से जुड़ी जानकारी उपलब्ध रहेगी.