दिल्ली में यमुना नदी ने सारे रेकॉर्ड तोड़ दिए हैं। जलस्तर 1978 के रेकॉर्ड स्तर से ऊपर पहुंच गया है। खतरे का निशान तो सोमवार को ही क्रॉस हो गया था। दिल्ली के निचले इलाकों में पानी भर चुका है। दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर दिल्ली के बाढ़ग्रस्त इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है।दिल्ली-एनसीआर में मॉनसूनी बारिश आफत बनकर बरसी। अभी भी कई इलाकों में बारिश की चेतावनी है। हालांकि मौसम विभाग ने कहा है कि दिल्ली में दो दिनों तक बारिश से राहत रहेगी, लेकिन फिर एक बार बारिश बढ़ेगी। यमुना नदी में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। यमुना का पानी बढ़ने से कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं, जिसके बाद लोगों को सुरक्षित इलाकों में शिफ्ट किया जा रहा है।
दिल्ली के बाढ़ग्रस्त इलाकों में धारा 144 लागू
दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर दिल्ली के बाढ़ग्रस्त इलाकों में CrPC की धारा 144 लागू कर दी है। राष्ट्रीय राजधानी में कई जगहों पर बाढ़ के हालात बन गए हैं। यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने दिल्ली के बाद अब नोएडा के कुछ इलाकों में भी बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। नोएडा के जो इलाके यमुना नदी के पास हैं, वहां पानी जमा होने लगा है। नोएडा सेक्टर 168 मंगरौली गांव के खेतों और जंगलों में यमुना का पानी भर गया है।
दिल्ली-गुरुग्राम हाईवे पर 2 किलोमीटर लंबा जाम
दिल्ली-गुरुग्राम हाईवे पर लंबा जाम लग गया है। जानकारी के अनुसार ये जाम करीब 2 किलोमीटर है। गुरुग्राम के इसरो चौक से लेकर शंकर चौक तक ये जाम लगा है। इस रोड से भारी मात्रा में लोग सफर करते हैं। जाम में ऑफिस जाने वाले कई लोग फंस गए हैं।
यमुना के जलस्तर ने तोड़ा 10 साल का रेकॉर्ड
दिल्ली में यमुना नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है। कई इलाकों में घरों में पानी भर गया है। लोगों को इन इलाकों से निकालकर सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है। आज पुरानी दिल्ली रेलवे ब्रिज पर यमुना के पानी 207.08 दर्ज किया गया। यहां खतरे का निशान 205.33 मीटर है। दिल्ली में यमुना ने 10 साल का रेकॉर्ड तोड़ दिया है। पुराने लोहे के पुल को भी बंद किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि अभी यमुना नदी में पानी और बढ़ सकता है।
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर 207.14 मीटर पहुंचा
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। यमुना का लस्तर 207.14 मीटर पहुंच चुका है। कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। यमुना में 48 साल बाद पानी का स्तर इतना बढ़ा है। रात तक ये नदी में पानी और बढ़ सकता है। ऐसे में यमुना के निचले इलाकों में रहने वालों को अगले एक-दो दिनो तक बाढ़ से राहत नहीं है। ऐसा इसलिए कि हथिनी कुंड बैराज से हर घंटे करीब 2.5 लाख से 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। फ्लड कंट्रोल विभाग के अफसरों का कहना है कि अगर हर घंटे इसी तरह से लाखों क्यूसेक पानी छोड़ा जाता रहा, तो जलस्तर में और अधिक बढ़ोतरी होगी।
दिल्ली में अब कब होगी झमाझम बारिश?
राजधानी दिल्ली-एनसीआर में अगले कुछ दिन बारिश से राहत रहेगी इस दौरान एक बार फिर से पारा बढ़ेगा। मौसम विभाग के वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि बारिश की वजह एक्टिव पश्चिमी विक्षोप था, जो अब कम हो गया है। मॉनसून के अलावा ट्रफ लाइन भी दिल्ली से दूर चली गई है। ये फिलहाल मध्यप्रदेश और दक्षिण राजस्थान से गुजर रही है, जहां अगले दो-तीन दिन भारी बारिश हो सकती है। वहीं दिल्ली में हल्की बारिश हो सकती है। हालांकि 15 जुलाई के बाद दिल्ली में फिर से बारिश बढ़ जाएगी। IMD ने 15 और 16 जुलाई के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।