भोपाल । पूर्व मुख्यमंत्री व पीसीसी चीफ कमलनाथ से उनके आवास पर बीते रोज छतरपुर से इस्तीफा देने वाली डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे की मुलाकात हुई थी। कमलनाथ और उनके बीच में इस्तीफे के कारण और भविष्य को लेकर चर्चाएं हुई हैं। कमलनाथ को डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे के इस्तीफे के बहाने सरकार पर निशाना साधने का एक और मौका मिला है। उन्होंने एसी वर्ग की महिला अधिकारी से घर खाली कराने को लेकर भी सवाल उठाए हैं।

सागर संभाग के छतरपुर जिले की लवकुशनगर में पिछले महीने की 22 तारीख तक बतौर एसडीएम पदस्थ रहीं डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे इन दिनों खासी चर्चाओं में हैं। उन्होंने हाथ से लिखा इस्तीफा शासन को भेजा था। निशा बांगरे ने नौकरी से इस्तीफा देने के पीछे कारण बताया था कि बैतूल जिले में उनका नया घर बना है। वहां गृह प्रवेश का कार्यक्रम था, जिसको लेकर उन्होंने छुट्टी मांगी थी, लेकिन शासन ने उन्हें छुट्टी नहीं दी थी, वहीं सरकार ने उन्हें विश्व शांति सम्मेलन में तथागत बुद्ध की अस्थियों के दर्शन के लिए भी जाने की अनुमति नहीं दी। इससे व्यथित होकर वे इस्तीफा दे रही है। जिससे आहत होकर उन्होंने डिप्टी कलेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि नियमानुसार इस्तीफा देने के एक महीने बाद तक स्थिति स्पष्ट होगी। उनका इस्तीफा स्वीकार हुआ या नहीं यह शासन ने स्पष्ट नहीं किया है। हालांकि सरकार ने उन्हें सरकारी आवास खाली करने का नोटिस भी दिया था, उन्होंने सरकारी आवास खाली कर दिया है।
 
कमलनाथ से मुलाकात के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे
डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे की कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ से मुलाकात के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। कमलनाथ के बंगले पर हुई इस मुलाकात में क्या चर्चाएं हुईं, इसको लेकर स्पष्ट तौर पर तो बाहर कुछ भी निकलकर नहीं आया, लेकिन यह तय माना जा रहा है कि निशा बांगरे अब राजनीति में कदम रखने जा रही हैं। वे बतौर डिप्टी कलेक्टर बैतूल जिले में पदस्थ रहीं हैं। आमला विधानसभा में उन्होंने काफी काम किया है। वहां उनकी छवि किसी समाजसेवी से कम नहीं है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि निशा बांगरे कांग्रेस पार्टी के टिकट पर आमला से विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं।