मुंबई। ऋचा चड्ढा और अली फजल एक्टर होने के साथ-साथ प्रोड्यूसर भी हैं। ऐसे में कपल ने हाल ही में प्रोडक्शन हाउस के सेट पर इक्वालिटी के बारे में बात की। इस दौरान ऋचा ने बताया कि उनके साथ कई बार भेदभाव हुआ है। लोगों का रवैया सेट पर उन्हें लेकर अच्छा नहीं रहा। पिंकविला से बातचीत के दौरान ऋचा से सवाल किया गया कि क्या कभी सेट पर उनके साथ भेदभाव हुआ है? इसपर ऋचा ने फिल्म ओए लक्की लक्की ओए के सेट का किस्सा सुनाया। ऋचा ने बताया उस वक्त वो एक सीन के लिए अपने कॉलेज से डायरेक्ट फिल्म के सेट पर आईं थी।
उन्हें तकरीबन 103- 104 डिग्री बुखार था। उस किस्से को याद करते हुए ऋचा ने कहा कि शुरुआत में मुझे बताया गया कि कोई एक्टर देर से आने वाला है, इसलिए तब तक मैं वो स्पेशल वैनिटी वैन यूज कर सकती हूं। मुझे लगभग पूरे दिन शूटिंग करनी थी। लेकिन, हुआ यूं कि जिनके लिए वैनिटी वैन मंगाई गई थी, वो समय से पहले आगए। मुझे इस बारे में पता नहीं था, मैं उस समय सीन शूट करने गई हुई थी। आए हुए शख्स को इस बारे में कुछ नहीं पता था कि मेरा का सामान वैनिटी के अंदर रखा है। ऐसे में जिनके लिए वो वैनिटी वैन आई थीं उनके स्टाफ ने मेरे सारा सामान उठाकर फेंक दिया। ऋचा ने उस वक्त को याद करते हुए कहा- ह्यवो सब बहुत भयानक था, मेरे पास अपना मेकअप र हेयर स्टाइलिंग किट नहीं थी, वो सब कंपनी का ही था। उन्होंने मेरा सारा सामान फेंक दिया, किसी की लिपस्टिक खराब हो गई, किसी का शीशा टूट गया। मुझे इसलिए ज्यादा बुरा लगा क्योंकि वो सारा सामान मेरा नहीं था, वो सब मेकअप आर्टिस्ट ने का था।
सेट पर इक्वालिटी के बारे बात करते हुए ऋचा ने कहा- हमने ऐसा कोई भेदभाव नहीं किया कि कोई अच्छे होटल में रुकेगा और कोई बुरे होटल में। मैं और अली भी वहीं ठरहे थे, जहां बाकी क्रू मेंबर्स थे। हमने ऐसा इसलिए किया ताकि लोग समझ सकें कि हम कोई स्टार नहीं हैं। ऋचा ने आगे कहा- हमने एक्टर्स को भरपूर जगह दी। चाहें वो साइड रोल निभा रहे हों या फिर लीड एक्टर्स हो। हमने उन्हें हर तरह का स्पेस दिया। क्योंकि हम खुद एक्टर्स हैं, हम समझते हैं कि अगर आप सेट पर भेदभाव करेंगे, तो इसका असर लोगों के कॉन्फिडेंस पर पड़ता है, क्योंकि शुरूआत में हमारे साथ भी ऐसा हुआ है। किसी को 3 लोगों के साथ शेयरिंग वैनिटी देना और दूसरे को सिंगल डोर वैनिटी, यह गलत है। यह स्टाइल की बात नहीं, बल्कि हमारे आराम की बात है।