राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार (भारतीय समयानुसार देर रात) को अफगानिस्तान को लेकर नई अमेरिकी नीति को घोषणा करेंगे। माना जा रहा है कि 16 साल बदली जा रही इस नीति में भारत की भूमिका को अमेरिका बढ़ाएगा। भारत के नेतृत्व में अफगानिस्तान के पुनर्निर्माण के कार्य को आगे बढ़ाया जाएगा। नई नीति से पाकिस्तान को झटका लगने के आसार हैं। इसका संकेत मिलते ही पाकिस्तानी मीडिया ने दबाव बनाने के लिए देश के चीन और रूस की ओर मुखातिब होने के आसार जता दिये हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप रात नौ बजे अमेरिकी जनता को संबोधित करेंगे। नई नीति का लंबे समय से इंतजार हो रहा था। आठ महीने के शासन और कई दौर के विचार-विमर्श के बाद अमेरिका ने अफगानिस्तान को लेकर नए फैसले किये हैं।
उन्हीं की घोषणा ट्रंप करेंगे। उनके पूर्ववर्ती बराक ओबामा ने शासन के 100 दिन में ही अफगानिस्तान को लेकर नीति घोषित कर दी थी, जो उनके दो कार्यकाल में जारी रही। इस बारे में ट्रंप के विलंब से क्षुब्ध होकर उनकी ही पार्टी के वरिष्ठ सांसद जॉन मैक्केन ने दस अगस्त को अपनी रणनीति ही सार्वजनिक कर दी। इसमें उन्होंने आतंकी संगठनों का समर्थन करने वाले पाकिस्तान की मदद में कटौती की घोषणा की।
उन्होंने युद्ध से बर्बाद देश में अमेरिकी सैनिकों को बनाए रखने की भी वकालत की है। उल्लेखनीय है कि मैक्केन अमेरिकी संसद की शक्तिशाली रक्षा मामलों की समिति के भी प्रमुख हैं।