भोपाल । जिले में राशन वितरण में बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद प्रशासन जिला प्रशासन अब एक्शन मोड में आ गया है। अब सभी हितग्राहियों के ई-केवायसी अपडेट करने के साथ ही परिवार के एक सदस्य का मोबाइल नंबर अपडेट किया जा रहा है। यह अभियान राजधानी में लगातार जारी है। खाद्य विभाग की टीमें इस संबंध में लगातार काम कर रही है और वे इसकी समीक्षा भी कर रही है।

गौरतलब है कि राशन वितरण में अनियमितताओं की लगातार शिकायत मिलने के बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने जांच के आदेश दिए थे। जांच में भोपाल में राशन वितरण में कई प्रकार का गड़बड़ियां उजागर हुई थी। पीडीएस संचालक हितग्राहियों को पात्रता से कम राशन देकर रिकॉर्ड में पूरा राशन देना दिखा रहे थे। जांच में पता चला कि जिन हितग्राहियों का मोबाइल नंबर पोर्टल पर अपडेट है, लेकिन उनको भी मैसेज नहीं मिल रहा है। जबकि हर को मोबाइल पर मैसेज प्राप्त होना चाहिए कि उसे कितना राशन दिया गया है।

यदि मैसेज के हिसाब से कम राशन मिला तो आपत्ति करा सकते हैं दर्ज
इस संबंध में जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी मीना मालाकार ने बताया कि हम सभी हितग्राहियों के मोबाइल नंबर अपडेट कर रहे हैं, ताकि राशन लेने के तुरंत बाद हितग्राही के मोबाइल पर मैसेज पहुंच जाए। अगर उसे लगता है कि उसे मैसेज के हिसाब से कम राशन मिला है तो वो अपनी आपत्ति दर्ज करा सकता है या संबंधित अधिकारी को शिकायत दर्ज करा सकता है।

जिले में 4 लाख हितग्राही से पूछताछ जारी
जांच में पाया गया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत को किलो की जगह 2-3 किलो राशन दिया। इसी प्रकार पात्रों को 30 किलो की जगह 20-25 किलो अनाज वितरित किया गया। भोपाल जिले में 4.04 लाख हितग्राही हैं। इनमें से 59% का ई-केवायसी है। अभी तक जिले में करीब 60 फीसदी हितग्राहियों का मोबाइल अपडेट हो पाया है। अफसरों की मानें तो जिले की 430 से अधिक राशन दुकानों में मोबाइल नंबर अपडेट करने की प्रक्रिया जारी है।