कौशांबी । उत्‍तरप्रदेश के कौशांबी में मजहब की दीवार तोड़कर मुस्लिम लड़की शबाना ने इस्लाम धर्म छोड़कर अपने हिंदू प्रेमी बबलू रैदास के साथ मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शादी रचाई है. दोनों ने ईश्वर को साक्षी मानकर मंदिर में ही सात फेरे लिए. मौके पर लड़के के परिजन भी मंदिर में मौजूद रहे।

परिजनों ने दोनों लोगों को सुखी दांपत्य जीवन बिताने का आशीर्वाद दिया. मामला करारी थाना क्षेत्र के थाम्भा अलावलपुर गांव का है। मुस्लिम लड़की शबाना ने बताया की वह महोबा के महोबा थाना क्षेत्र के कस्बे की रहने वाली है. उसके पिता रियासत मजदूर है। वह तीन साल पहले अपने माता पिता के साथ कौशांबी जिले के पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र में एक ईट भट्ठे पर मजदूरी करने आई थी. वह भट्ठे पर ईट की पथाई करती थी, तभी उसकी मुलाकात करारी थाना इलाके के थाम्भा अलावलपुर गांव के रहने वाले बबलू रैदास से हुई।

दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे. दो साल पहले अलग भी हुए थे. फिर एक दूसरे से फोन पर बातचीत करते रहे. इस बार वह फिर वह अपने परिजनों से ईंट भट्ठे पर काम करने आई थी. फिर दोनों ने शादी करने का फैसला किया तो मुस्लिम लड़की के परिजन राजी नहीं हुए. बारिश के चलते जब भट्ठे पर ईट की पथाई का काम बंद हो गया तो वह अपने गांव महोबा चली गई. वहां तीन दिन पहले वह अपने हिंदू युवक के साथ भागकर उसके घर चली आई. उसके परिजनों ने इस मामले में पुलिस से शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद करारी पुलिस ने मुस्लिम लड़की और उसके प्रेमी को थाने बुलाया।

मुस्लिम लड़की शबाना ने पुलिस को दर्ज कराए गए बयान में बताया की वह बालिग है और उसे अपना जीवनसाथी चुनने का अधिकार है। वह पुलिस समक्ष ही अपने हिंदू प्रेमी के साथ शादी कर रहने की बात कही. इसके बाद पुलिस ने उसे थाने से जाने दिया। शबाना अपने प्रेमी बबलू रैदास के साथ उसके गांव पहुंची. उसने इस्लाम धर्म छोड़ कर हिंदू धर्म अपना लिया और मंदिर में अपने हिंदू प्रेमी के साथ सात फेरे लिए. वह शबाना से अब रजनी बन गई. परिजनों ने दोनों लोगों को सुखी दांपत्य जीवन बिताने का आशीर्वाद दिया।