भोपाल । सब्जी में तड़के की शान माने जाने वाले टमाटर के रंग दाम के मामले में दिन ब दिन लाल होते जा रहे हैं। देश के कई हिस्सों में इस समय टमाटर 130 रूपए लेकर 150 रूपए किलो बिक रहा है। बात करें मध्यप्रदेश की तो यहां भी टमाटर के भाव लगातार आसमान छू रहे हैं। टमाटर की बढ़ती कीमतों की वजह से बाजार में मांग घट गई है। कीमतों में लगी आग की वजह से अब लोग टमाटर से दूरी बना रहे हैं।
बतों कि राजधानी भोपाल से सटे रायसेन जिले में टमाटर का खुदरा भाव 160 रुपए प्रति किलो पहुंच गया है। ऐसे में मध्यमवर्गीय परिवारों की सब्जी से अब टमाटर गायब है। मध्यप्रदेश के रायसेन में सबसे अधिक टमाटर की खेती होती है। वहीं, राज्य के बाकी हिस्सों में टमाटर की कीमत 120 रुपए से 150 रुपए प्रति किलोग्राम के बीच चल रही हैं। राजधानी भोपाल के बिट्टन मार्केट में टमाटर की कीमत 140 रुपए किलो पहुंच गई है। वहीं, जिनकी क्वालिटी अच्छी नहीं है, वह 100 से 120 रुपए किलो मिल रहे हैं। वहीं, रायसेन टमाटर की कीमतें 160 रुपए तक पहुंचने के बारे में पूछे जाने पर रायसेन जिले के जिलाधिकारी अरविंद दुबे ने बाजार में टमाटर की अधिक मांग और कम आपूर्ति को इस वृद्धि के लिए जिम्मेदार ठहराया।
उनका मानना है कि अगर किसी उत्पाद की मांग कम है और उत्पादन अधिक है, तो कीमत गिर जाती हैं। उन्होंने कहा कि देश भर में टमाटर की कीमतें अधिक हैं और रायसेन कोई अपवाद नहीं है। दुबे ने कहा कि बाड़ी क्षेत्र जिले में टमाटर का सबसे बड़ा उत्पादक है। उन्होंने कहा कि रायसेन जिले से टमाटर के उपज की आपूर्ति दक्षिणी भारत और नेपाल को की जाती है। इस बीच, टमाटर उत्पादक किसानों ने टमाटर की कीमतों में हुई इस भारी वृद्धि के लिए बिचौलियों को जिम्मेदार ठहराया है।
वहीं, सूबे की आर्थिक नगरी इंदौर के बाजारों में टमाटर की कीमत 100 रुपए प्रति किलो पार हो गई है। एक महीने में टमाटर की कीमतों में करीब 20 गुना बढ़ोतरी हुई है।
बताया जा रहा है कि बेमौसम बरसात के कारण खराब हुई टमाटर की फसल की वजह से दाम आसमान छू रहे हैं। हालात यह हो गए हैं कि टमाटर उगाने वाला और खरीदने वाला दोनों ही परेशान है। मई महीने में जिस टमाटर को फेंकने की नौबत किसान के सामने थी। जून के अंत में वहीं टमाटर महंगाई के मारे लाल होकर करीब 120 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है।