भोपाल । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को अब 5 महीने ही बचे हैं। दिसंबर में होने वाला चुनाव बीजेपी-कांग्रेस दोनों के लिए जीतना बेहद जरूरी है। भारतीय जनता पार्टी जहां एक बार फिर से सत्ता में वापसी करना चाहेगी तो वहीं, 15 साल बाद मात्र डेढ़ साल के लिए प्रदेश की सत्ता संभालने वाली कांग्रेस भी कोई मौका नहीं छोड़न चाहती। राजनीतिक रस्साकसी के बीच एबीपी न्यूज ने मध्य प्रदेश के जनता की नब्ज टटोलने की कोशिश की है। ओपिनियन पोल की मदद से यह पता लगाया गया है कि 2023 के चुनाव में जनता किसके साथ जाना चाहेगी। चुनाव से पहले ओपिनियन पल की हर अपडेट यहां जानिए-

एमपी में आप की एंट्री से कांग्रेस को हो सकता है नुकसान!
मध्‍य प्रदेश विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होने है। इस बार आम आदमी पार्टी भी अपने उम्‍मीदवार उतारने वाली है। इससे से कांग्रेस और बीजेपी किसको नुकसान होगा। एबीपी-सी वोटर के सर्वे के मुताबिक 42 प्रतिशत लोगों का मानना है कि आम आदमी पार्टी इस बार मध्‍य प्रदेश में कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकती है जबकि 39 फीसदी लोगों को ऐसा नहीं लगता।

सिंधिया के बीजेपी में जाने से चंबल में कांग्रेस को कितना नुकसान
ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया के बीजेपी में जाने के बाद 2023 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को कितना नुकसान होगा। 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 26 सीटें मिली थीं। सर्वे के अनुसार इस बार चंबल में सिंधिया के जाने का कांग्रेस को कोई विशेष नुकसान नहीं होने वाला है। 46 प्रतिशत वोटों के साथ इस बार भी कांग्रेस आगे रह सकती है।

बघेलखंड में इस बार किसका दबदबा, जानिए
मध्‍य प्रदेश के सबसे ज्‍यादा विधानसभा सीटों वाले बघेलखंड में 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा था। वहीं, इस बार सर्वे में कांग्रेस को अच्‍छी बढ़त मिलती दिख रही है। 56 सीटों वाले बघेलखंड में कांग्रेस पार्टी 44 प्रतिशत वोट शेयर के साथ बीजेपी से आग है। तो बीजेपी को सिर्फ 40 फीसदी वोट शेयर हैं।

महाकौशल में बीजेपी-कांग्रेस में कांटे की टक्‍कर
मध्‍य प्रदेश के महाकौशल में इस बार कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है। एबीपी न्‍यूज सी वोटर्स के मुताबिक 43 सीटों वाले महाकौशल में इस बार बीजेपी 20 से 24 सीटों के साथ बढ़त बना सकती है। वहीं, कांग्रेस 18 से 22 सीटों में ही सिमट सकती है। 2018 में बीजेपी को महाकौशल से बड़ा झटका लगा था।