शिवपुरी । शिवपुरी के करैरा जनपद से मज़बूरी की तस्वीर सामने देखने को मिली है इस तस्वीर को जिस किसी ने देखा उसे आजादी के पहले बाले भारत की याद ताजा हो गई. दरअसल यहाँ एक महिला के अंतिम संस्कार के दौरान लोगों को करीब डेढ़ घंटे तक लकड़ी के सहारे तिरपाल उठाये रहना पड़ा । इसकी वजह, गांव के मुक्तिधाम में टीनशेड की व्यवस्था नहीं होना बताया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार करैरा जनपद के वार्ड-7 से जनपद सदस्य रामहेत गुर्जर की मां सावित्री देवी (62 वर्ष) का शुक्रवार की सुबह 10 बजे देहांत हो गया. जिनका अंतिम संस्कार गृहगांव दिदावली में होना था। लेकिन शुक्रवार को सुबह से करैरा क्षेत्र में रुक-रुककर लगातार बारिश हो रही थी. परिजन सहित रामहेत गुर्जर बड़ी मुश्किल से अंतिम संस्कार में शामिल होने दिदावली गांव के मुक्तिधाम पहुंचे थे। दिदावली गांव के मुक्तिधाम की टीनशेड आदि गायब थी,उसी दौरान बारिश शुरू हो गई तो ग्रामवासियों ने सलाह करके बांस इकट्ठे किए और पॉलीथिन तिरपाल को बांस में बांधकर उसकी आड़ की, ताकि बारिश का पानी चिता पर न आए.इसके बाद जनपद सदस्य रामहेत गुर्जर ने अपनी मां को मुखाग्नि दी। इस वजह से अंतिम संस्कार करने में काफी मुश्किलें आईं ।

रामहेत गुर्जर, जनपद सदस्य ने कहा मेरी मां का आज सुबह देहांत हो गया उसी दिन बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही थीं. हमारे दिदावली गांव में मुक्तिधाम की स्थिति बेहद खराब होने की वजह से हम अपनी मां का अंतिम संस्कार पॉलीथिन तिरपाल लगाकर करना पड़ा.मैं इस संबंध में जनपद वार्ड क्रमांक 6 के सदस्य और अधिकरियों से मुक्ति धाम को ठीक कराने के लिए कहूंगा. ताकि किसी और को इस तरह की समस्या न हों.इस दौरान करैरा जनपद वार्ड क्रमांक 6 के सदस्य मोनू परिहार भी पहुंचे थें. उन्होंने कहा की वह प्रशासन से जल्द से जल्द दिदावली गांव के मुक्तिधाम पर टीन शेड की व्यवस्था करने की मांग की है। मोनू परिहार का कहना है कि बारिश के समय लोगों को अपने परिजनों के अंतिम संस्कार करने में परेशान होना पड़ रहा है। मानसून आने से पहले प्रशासन यहां टीनशेड की व्यवस्था करें। उनकी मांग को जल्द पूरा नहीं किया गया तो वह वह इसके लिए आंदोलन भी करेंगे।

जल्द ही टीनशेड लगवाते हैं
इस मामले को लेकर उमराव मरावी, सीईओ जिला पंचायत शिवपुरी ने कहा ग्राम दिदावली में यदि तिरपाल के नीचे अंतिम संस्कार हुआ है, तो यह पूरी तरह से गलत है और हम सब के लिए शर्म की बात हैं. मैने पहले ही यह निर्देश दिए थे कि जिले के किसी भी ग्राम में अंतिम संस्कार में परेशानी न आए तथा सभी टीनशेड दुरुस्त किए जाएं. दिदावली का मुक्तिधाम हम जल्द सही करवाते हैं. हालांकि दिदावली गांव से 1 किलोमीटर दूर मणियन गांव में एक मुक्तिधाम बनाया गया है। फिर भी जल्द ही इसका एस्टीमेट बनाकर इंजीनियर को दिया जाएगा।