सीधी। मध्य प्रदेश में सीधी जिले के शक्ति पैलेस में गुरुवार 22 जून को एक शादी संपन्न होनी थी। सब कुछ अच्छा चल रहा था। शादी की सभी रस्में निभाई जा चुकी थीं। केवल जयमाला और उसके बाद की रस्में निभाई जानी थीं। द्वारपूजा के बाद दुल्हन जयमाला लेकर दूल्हे का इंतजार करती रही, लेकिन उससे पहले दूल्हा बाइक से रफू-चक्कर हो गया। बहुत देर के इंतजार के बाद जब दूल्हा नहीं पहुंचा तो दुल्हन को जयमाला रखकर निराश होकर मंडप से नीचे उतरना पड़ा।
जानिये क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, मसुरिहा गांव निवासी रावेंद्र पिता रामसिया गुप्ता की शादी डोल कोठार की रहने वाली ज्योति पिता गणेश गुप्ता के साथ तय हुई। तिलकोत्सव से लेकर सभी कार्यक्रम धूमधाम से मनाए गए। गुरुवार को बारात सीधी शहर के शक्ति पैलेस पहुंच गई। बारातियों के स्वागत के बाद द्वार पूजा भी ख़ुशी-ख़ुशी से संपन्न हुआ, इसके बाद नौटंकी का क्रम शुरू होता है। दुल्हन के परिजनों का आरोप है कि दूल्हा पहले ही एक युवती से कोर्ट मैरिज कर चुका था, जिसको बिना जानकारी दिए ही वह दूसरी शादी रचाने पहुंचा था।
विवाद शुरू होते ही बाइक से रफू चक्कर हो गया लड़का
लड़की पक्ष का आरोप है कि लड़के की पहली शादी की जानकारी दूल्हे के पिता को भी थी, किंतु यह बात सभी से छिपाई गई। द्वार पूजा के बाद जब जयमाला की तैयारी शुरू हुई इसी बीच वाद-विवाद शुरू हो गया। जिसके बाद दूल्हा चोरी छिपे बाइक से रफूचक्कर हो गया। जब इस पूरी घटना की जानकारी दुल्हन पक्ष को हुई तो मारपीट शुरू हो गई। किसी तरह विवाद शांत हुआ। लड़की के पिता ने बताया कि तिलक से लेकर अभी तक पूरा खर्च मेरा हुआ है। तिलक में भी मेरे द्वारा होटल बुक किया गया था। अब उसका भुगतान किया जाए।
स्टाम्प पेपर पर लिखवाकर किया गया समझौता
स्थानीय लोगों की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को सुलझाने की कोशिश की किंतु विवाद की स्थिति शांत होने का नाम नहीं ले रही थी। पुलिस द्वारा वर-वधु के पिता को बुलाकर आपस में बैठाकर समझाया गया तब जाकर विवाद समाप्त हुआ। लड़का और लड़की के पिता ने 100 रुपए के स्टाम्प पेपर में नोटरी कराकर समझौता किया। स्टाम्प पेपर पर लिखे समझौते के अनुसार, लड़की के पक्ष के द्वारा कुल 6 लाख 50 हजार रुपए खर्च हुए, जिसे लड़के पक्ष ने चेक के माध्यम से लड़की पक्ष को चुकाए। इसके बाद ही मामला सुलझा और आपस में समझौता किया गया।