भोपाल: भीषण गर्मी का कहर देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने स्कूलों को देर से खोलने का फैसला किया है. सरकार फैसले के मुताबिक, पांचवीं तक के स्कूल 1 जुलाई से शुरू होंगे. कक्षा 6 से 12वीं तक के स्कूलों में कक्षाएं 20 जून से 30 जून तक सुबह ही लगाई जाएंगी. स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने इस संबंध में ट्वीट कर जानकारी दी.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘भीषण गर्मी और तापमान में वृद्धि से विद्यार्थियों के स्वास्थ्य में प्रतिकूल प्रभाव को दृष्टिगत रखते हुए ग्रीष्मावकाश को बढ़ाने का निर्णय लिया है. कक्षा 1 से 5 तक के प्राथमिक विद्यालय 1 जुलाई 2023 को खुलेंगे और कक्षा 6 से 12वीं तक के विद्यालयों में कक्षाएं 20 जून से 30 जून तक सुबह की पाली (मॉर्निंग शिफ्ट) में संचालित होंगीं. कक्षा पांचवी की परीक्षाएं निर्धारित समय सारणी के अनुसार होंगी. 1 जुलाई 2023 से सभी विद्यालय नियमित समय सारणी के अनुसार संचालित होंगे.

चुनाव ड्यूटी में लगे शिक्षक
दूसरी ओर, मई महीने से ही शिक्षक चुनावी कामकाज की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. सरकारी स्कूलों के शिक्षक चुनाव से पहले मतदाता सूची अपडेट करने, नए नाम जोड़ने के लिए घर घर सर्वे में जुटे हुए हैं. पंचायत चुनाव,नगरीय निकाय चुनाव, और विधानसभा चुनाव से पहले ही शिक्षकों को पढ़ाई के साथ चुनाव के काम करने की भी दोहरी जिम्मेदारी मिली है. स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से कहा गया था कि शिक्षकों को शिक्षा के अलावा अन्य दूसरे कामों से मुक्त रखा जाएगा. लेकिन अब तक शिक्षकों के लिए कोई नीति तैयार नहीं हो सकी है.

घर-घर सर्वे कर रहे टीचर
मध्यप्रदेश में नवंबर के महीने में विधानसभा चुनाव हैं. चुनाव से पहले एक बार और मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होगा. उसमें पहली बार वोट डालने वाले युवाओं के नाम जोड़ने के साथ वोटर लिस्ट में नाम अपडेट कराने का अंतिम मौका दिया जा रहा है. इसे लेकर स्कूल शिक्षा विभाग के शिक्षक चुनावी कामकाज की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. पढ़ाई प्रभावित ना हो इसलिए शिक्षक सुबह स्कूल खुलने से पहले और स्कूल की छुट्टी होने के बाद घर-घर सर्वे कर रहे हैं.