मध्यप्रदेश के उज्जैन के अतिरिक्त जिला (एडीएम) कोर्ट में आज एक अनूठी शादी देखने को मिली। यहां पर 85 साल के शख्स के साथ 38 साल की युवती ने शादी की। शादी को लेकर दोनों इतना खुश है कि मानों पिछले जन्म का प्यार इस जन्म में मिल गया हो। दोनों ही शख्स महाकाल की नगरी उज्जैन के रहने वाले हैं। और इन्हें उम्र में कौन किससे बड़ा है या कौन किससे छोटा है उससे इनको कोई फर्क नहीं पड़ता है।
85 वर्ष के सुधाकर जोशी का कहना है कि युवती की सादगी ने उनका मन मोह लिया, उन्हें कब प्यार हुआ यह पता ही नहीं चला। दोनों एक दूसरे की इतनी फिक्र करने लगे कि मानों हम दोनो एक दूजे के लिए ही बने हों। सुधाकर जोशी ने यह भी बताया कि युवती उन्हीं के घर में काम करती है और वह मेरा बहुत ख्याल रखती है। उम्र में अंतर के सवाल पर सुधाकर जोशी ने यह बताया कि प्यार में उम्र की कोई बंदिश नहीं होती और ना ही उम्र का अंतर प्यार में कोई बाधा डाल सकता है। हमने भी यह मन बना लिया कि अब हमें शादी कर लेना चाहिए। चाहे हमारी शादी को लेकर जमाना कुछ भी क्यों ना कहे।
वहीं शादी को लेकर युवती से बात की गई तो उसने बताया कि सुधाकर की उम्र वाले 85 वर्ष क्यों ना हो, लेकिन उनका दिल आज भी जवान है। खासकर इनकी अदाएं मेरे मन को भा गई और मैं अपना दिल इन्हें दे बैठी और हमने शादी करने का मन बना लिया। अब हमारी शादी हो चुकी है इसलिए अब हम अपना सुख-दुख आपस में बाटेंगे और हनीमून मनाने के लिए मुंबई घूमने जाएंगे।
इस अनोखी शादी को लेकर एडीएम संतोष कुमार टैगोर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि हिंदू विवाह अधिनियम के तहत इन दोनों का विवाह संपन्न हुआ है। इस विषय पर मैं ज्यादा नहीं बोल सकता क्योंकि युवती द्वारा शादी के दौरान मुझसे विशेष आग्रह किया है कि किसी भी तरह की कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की जाए। देखा जाए तो इनका विवाह विशेष अधिनियम के अंतर्गत किया गया है।