भोपाल । मध्य प्रदेश के अलग अलग इलाकों से लापता युवक पाकिस्तान की जेलों में मिल रहे हैं। हाल ही में ऐसे एक या दो नहीं बल्कि 8 युवकों का पता चला। ये सभी या तो पहले से मानसिक रूप से दिव्यांग थे या वहां जेल में दी गयी यातनाओं के काऱण अपनी सुध-बुध खो चुके हैं। सबसे नया मामला बालाघाट के प्रसन्नजीत का है। वो जबलपुर में फॉर्मेसी का छात्र था और एक दिन अचानक लापता हो गया था. अब पता चला कि प्रसन्नजीत पाकिस्तान की लाहौर जेल में बंद है।

मध्य प्रदेश के बालाघाट का रहने वाला 36 साल का प्रसन्नजीत रंजारी पिछले पांच साल से लापता था। अब पता चला है कि वो लाहौर की जेल के ब्लॉक 4 में बंद है. जासूसी के आरोप में उसे वहां बंद रखा गया है।

ऐसे मिली प्रसन्नजीत के पाकिस्तान में होने की सूचना
प्रसन्नजीत की बहन संगमित्रा ने बताया है कि उनके भाई के पाकिस्तान की जेल में बंद होने की सूचना उन्हें जम्मू कश्मीर के कुलजीत सिंह कछवाहा ने दी है। कुलजीत पाकिस्तान की जेल से 20 साल की सजा काटकर वापस भारत लौटे हैं। पाकिस्तान से लौटकर आने के बाद जम्मू-कश्मीर के कुलजीत ने परिजनों को ये बताया कि प्रसन्ननजीत पिछले 2 सालों से पाकिस्तान की जेल में बंद है।

इसके बाद से ही परिजन प्रसन्नजीत की पाकिस्तान की जेल से रिहाई के लिए लगातार शासन प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। उन्होंने प्रसन्नजीत से जुड़े सभी दस्तावेज भी तैयार कर लिए हैं।

बहन लगा रही मदद की गुहार
हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि क्या वाकई में प्रसन्नजीत पाकिस्तान की जेल में ही बंद है। साथ ही यह भी नहीं मालूम चला कि अगर प्रसन्नजीत पाकिस्तान में है, तो वहां तक पहंचा कैसे’ फिलहाल प्रसन्नजीत की बहन ने कुलजीत द्वारा दी गई सूचना के आधार पर ही अपने भाई के पाकिस्तान की जेल में बंद होने का दावा किया है। संगमित्रा ने अपने भाई की रिहाई के लिए पीएम मोदी से भी मदद करने की गुहार लगाई है।

मामले के प्रकाश में आने के बाद कलेक्टर का कहना है कि उन्हें इस मामले के बारे में अभी पुख्ता जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि वो इसको लेकर परिजनों से चर्चा करेंगे और उसके बाद हर संभव मदद करेंगे।

8 भारतीय युवक पाकिस्तान में बंद
प्रसन्नजीत भोपाल से लगभग 470 किमी दूर एमपी-महाराष्ट्र सीमा पर बालाघाट के खैरलांजी गांव का रहने वाला है. केवल प्रसन्नजीत अकेला नहीं बल्कि प्रदेश के ऐसे आठ युवक हैं जो पाकिस्तान की अलग अलग जेलों में बंद हैं। ये चौंकाने वाली बात पता चली है कि पाक जेलों में बंद सभी युवक मानसिक बीमारी का इलाज करा रहे हैं। इससे खुफिया एजेंसियां भी ​​हैरान हैं. इनकी घर वापसी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।