ग्वालियर। भिण्ड जिले के गोरमी के वार्ड नम्बर 13 निवासी मुन्नालाल समाधिया जो 17 दिसंबर से गायब थे आज उनकी लाश कचनावं में पुल के नीचे पत्थर से नीचे दबी पुलिस ने बरामद की है। शव को 3 बडे पत्थरों से छिपाकर रखा गया था। मुन्नालाल समाधिया 17 दिसंबर को घर से किसी काम से निकले थे तभी से वापस नहीं आने पर गोरमी थाने में उनकी गुमशुदी दर्ज कराई गई थी। मुन्नालाल के गायब हो जाने से आक्रोसित गोरमीवासियों ने पहले थाने का घेराव किया फिर बाजार बंद रखकर पुलिस के प्रति आक्रोश जाहिर किया था। 8 दिन बाद पुलिस ने उनका शव बरामद किया है।
जैसे ही गोरमी के लोगों को खबर लगी कि मुन्नालाल समाधिया का शव कचनावं में नदी के किनारे पत्थर के नीचे दबा मिला है गोरमी का बाजार बंद हो गया। लोग सडकों पर निकल आए। आक्रोसित भीड गुस्से में कुछ लोगों के घरों में आग लगाने लगी। भीड को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हवाई फायर किए। एहतियात के तौर पर गोरमी में धारा 144 लगा दी गई है। मौके पर कलेक्टर इलैया राजा टी, पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह कुशवाह, सीईबो जिला पंचायत प्रवीण सिंह आक्रोसित भीड को हर तरह से समझा रहे है। स्थिति तनावपूर्ण देखते हुए चंबलरेंज के डीआईजी अनिल शर्मा भी पहुंच गए है। सुरक्षा की दृष्टि से पूरे गोरमी को पुलिस छावनी में बदल दिया गया है। लोगों का आरोप है पुलिस को बताया था कि मुन्नालाल समाधिया का अपहरण किया गया है मगर पुलिस ने उनको तलाशने में कोई रुचि नहीं दिखाई और उनकी हत्या कर दी गई। लोगों का गोरमी के नगरनिरीक्षक सुनील खेमरिया को तत्काल हटाने और हत्यारों को पकडने की मांग कर रहे है। लोगों को आरोप है पुलिस अगर उनकी तलाश करती तो आज मुन्नालाल की हत्या नहीं हुई होती।