भोपाल।  प्रदेश की सड़कों पर तेज गति से वाहन चलाना मौत को दावत देने जैसा हो गया है। प्रदेश में सड़क हादसों में होने वाली कुल मौतों में से 79 फीसदी मौतें तेज गति से वाहन चलाने के दौरान होती है। यह हकीकत सामने आने के बाद अब पुलिस मुख्यालय हर जिले में वाहनों की गति नियंत्रित करवाने को लेकर फोकस कर रहा है। इसके लिए सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को अपने-अपने क्षेत्रों  में प्लान बनाकर वाहनों की अनियंत्रित गति पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए गए हैं। तेज गति से मौतों का आंकड़ा न सिर्फ शहरी क्षेत्रों में ज्यादा हैं, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी ज्यादा है।

ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही है। वो भी उन सड़कों पर जो न तो नेशनल हाईवे हैं और ना ही स्टेट हाईवे हैं। सामान्य सड़कों पर हादसों में मौतों का आंकड़ा 47 फीसदी है। यह पूरे आंकड़े सड़क हादसों पर लगातार हो रही रिसर्च के बाद पुलिस मुख्यालय के सामने आये हैं। रिसर्च पुलिस मुख्यालय की पीटीआरआई ने की है। इसके बाद यह पाया गया कि वाहनों की गति को यदि नियंत्रित कर लिया जाए तो हादसों के साथ इसमें होने वाली मौतों पर भी अंकुश लग सकता है। ऐसे में पुलिस मुख्यालय की पीटीआरआई इस पर प्लान बना रहा है, लेकिन जिलों के अनुसार भी सभी पुलिस अधीक्षकों को भी इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं कि वे भी अपने-अपने जिलों के अनुसार शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में वाहनों की गति को नियंत्रित रखने के लिए पुख्ता प्लान बनाकर उसे सख्ती के साथ लागू करें।