इंदौर। इंदौर के सुपर स्पेशियलिटी गोकुलदास अस्पताल का लायसेंस अस्थाई रूप से निरस्त कर दिया गया है। यह कार्रवाई छह घंटे में छह मौत के मामले सामने आने पर की गई। अस्पताल अब नए मरीज भर्ती नहीं कर पाएगा। अस्पताल में कुल 13 मरीज भर्ती हैं जिन्हें अन्य अस्पतालों में भर्ती करने पर विचार किया जा रहा है। मृतकों के परिजन ने अस्पताल पर आरोप लगाया कि ग्रीन कैटेगिरी में आने की जल्दी में लापरवाही बरती जा रही है। एक युवती ने इसका वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस पर संभागायुक्त (कमिश्नर) आकाश त्रिपाठी और कलेक्टर ने 3 सदस्यीय जांच कमेटी बैठा दी। कलेक्टर के मुताबिक, अस्पताल का लाइसेंस अस्थाई तौर पर निरस्त कर दिया है। यहां के मरीजों को मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में शिफ्ट करेंगे। जांच में प्रबंधन दोषी मिला तो लाइसेंस स्थाई रूप से निरस्त कर अस्पताल सील कर देंगे।
देर रात एमवाय अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर, सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जडिया, डॉ. सलिल भार्गव की टीम जांच करने अस्पताल पहुंची। उधर, राऊ की नम्रता पांडे की शिकायत पर तुकोगंज पुलिस ने भी अस्पताल को नोटिस जारी किया है। सीएमएचओ का कहना है कि अस्पताल में मरीजों के एडमिशन पर प्रतिबंध लगाकर रिकॉर्ड जब्त कर लिया है।