इंदौर। छह साल के बच्चे ने तीन दिन पहले खेल-खेल में सिक्का निगल लिया। पिता और दादा उसे गांव के अस्पताल ले गए तो वहां से दूसरे अस्पताल भेज दिया गया। सिक्का निकलवाने रतलाम के जिला अस्पताल पहुंचे लेकिन वहां भी मना कर दिया गया। आखिर गुरुवार को एमवाय अस्पताल में ऑपरेशन कर आहार नली में अटका सिक्का निकाला गया। दो दिन बाद बच्चे को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
धार जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर गांव रूपाखेड़ा के विशाल गिरवाल ने 24 जुलाई को घर में एक रुपए का सिक्का निगल लिया था। उसे जोर से खांसी आई और बोलने में दिक्कत होने लगी। परिजन के पूछने पर उसने सिक्का निगलने की बात बताई।
गांव के अस्पताल ले गए तो धार ले जाने को कहा लेकिन परिजन रतलाम ले गए। हालात देखते हुए डॉक्टरों ने ऑपरेशन से मना कर दिया। परिजन बच्चे को लेकर गुरुवार सुबह एमवाय अस्पताल पहुंचे। करीब 20 मिनट ऑपरेशन के बाद बच्चे की आहार नली में अटका सिक्का निकाल दिया गया।
ओटी प्रभारी डॉ. वीरजीत भाटिया के अनुसार डॉ. योगिता दीक्षित, डॉ. सचिन, डॉ. उदय व एनेस्थिशिया स्पेशलिस्ट जितेंद्र जिल्वे की टीम ने ऑपरेशन किया। डॉक्टरों के मुताबिक अगर सिक्का श्वास नली में अटक जाता तो ज्यादा परेशानी हो जाती। आहार नली से सिक्का पेट में जाने का खतरा था। अगर आंतों में फंस जाता तो खतरनाक हो सकता था। सिक्का आहार नली में फंसने से बच्चा खाना भी नहीं खा पा रहा था।