भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सरकारी गांधी मेडिकल कॉलेज से जुड़े हमीदिया अस्पताल की 52 नर्सों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर दीपक मरावी पर यौन दुराचार का गंभीर आरोप लगाया है.
पीड़ित नर्सों ने यह पत्र राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के अलावा डीजीपी सुधीर सक्सेना को भेजा है.
नर्सों ने आरोप लगाया है कि डॉ. मरावी (Dr. Maravi) कभी उनकी छुट्टी मंजूर करते समय, कभी जॉइनिंग के दौरान अपने चेंबर में बुलाकर गंदे तरीके से छूते हैं और गंदी बातें करते हैं.
निरीक्षण के दौरान कुछ नर्सों को चिन्हित कर अकारण उनको अपने चेंबर में बुलाकर अनावश्यक बातें करते हैं और रात के वक्त हाफ पेंट पहनकर शराब के नशे में नर्सों के चेंजिंग रूम में अचानक घुस आते हैं और अश्लील बातें करते हैं.
लेटर में कहा गया है, “डॉ. मरावी ने हाल ही में अपने चेंबर में एक नर्स के साथ बलात्कार करने का प्रयास किया. हमारी इस सहकर्मी की हाल ही में शादी हुई है, हम उसका नाम नहीं ले रहे हैं, लेकिन अगर उचित जांच की जाती है तो हम अपना लिखित बयान देंगे.”
वहीं, इस मामले में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि उन्हें शिकायत मिली है और भोपाल के संभागीय आयुक्त गुलशन बामरा को 10 दिनों के भीतर जांच और रिपोर्ट देने को कहा है. सारंग ने कहा, ”मैंने संभागीय आयुक्त से कहा है कि यह जांच अस्पताल के बाहर के किसी प्रशासनिक अधिकारी से कराएं और उसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.”
उधर, इसको लेकर प्रदेश की सियासत गरमा गई है. कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख केके मिश्रा ने इस मुद्दे पर ट्वीट में लिखा है, ”हमीदिया अस्पताल, भोपाल के अधीक्षक डॉ. दीपक मरावी पर 50 नर्सों ने लगाया अश्लीलता का आरोप! चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने संभागायुक्त को 10 दिन में जांच पूरी करने को कहा? 50 नर्सें एक साथ आरोप लगा रही हैं,क्या वे झूठी हैं? “मामाजी का सुराज??”