भोपाल। करीब 500 करोड़ रुपए की ठगी मामले में फरार चल रहे भूमाफिया रमाकांत विजयवर्गीय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। राजधानी की कोहेफिजा थाना पुलिस विजयवर्गीय को इंदौर से गिरफ्तार कर भोपाल लाई। आरोपी इंदौर में भेष बदलकर रह रहा था। वो लोगों को अपना नाम भी रामकुमार व्यास बताता था। रमाकांत ने फर्जी नाम से ड्राइविंग लाइसेंस भी बनवा लिया था। आरोपी ने 250 लोगों से करीब 500 करोड़ की ठगी की थी।
रमाकांत ने भोपाल के पंचवटी फेस-3 में बड़ा घोटाला किया था। भोपाल के कोहेफिजा थाने में करीब दो दर्जन से ज्यादा केस दर्ज हैं। एक मामले में तो उसकी 133 लोगों ने शिकायत की है। जिससे उसने रुपए देकर प्लाॅट नहीं दिया। अदालत के आदेश के बाद ये मामला दर्ज हुआ था।
पुलिस के अनुसार, 200 प्लॉटों को बेचने के नाम पर लोगों से ठगी की। गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने इंदौर में ठिकाना बना लिया था। यहां वो बाबा के रूप रामकुमार व्यास के नाम से रह रहा था। पुलिस का कहना है कि लोगों को ठगने के लिए रमाकांत ने भोपाल में डिस्ट्रिक इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड बनाई थी।
कंपनी के माध्यम से वर्ष 2005 में पंचवटी फेस-2 एवं 3 में भूखंड बेचने के नाम पर करीब 250 लोगों से फर्जी तरीके से करीब 500 करोड़ रुपए ठग लिए। आरोपी के विरुद्ध थाना कोहेफिजा में धोखाधड़ी के कुल 22 केस दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार, रमाकांत का श्यामला हिल्स स्थित अंशल अपार्टमेंट में आलीशान फ्लैट है। भोपाल के कई थानों में उस पर मामले दर्ज हैं। वर्तमान में 29 केसों में फरार था। न्यायालय द्वारा स्थाई वारंट जारी किए गए। पुलिस ने उस पर 20 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था।