18 साल बाद फुलटाइम कांस्टेबल पद पर होगी तैनाती
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में जनवरी में इसी तरह की एक घटना में एक साढ़े पांच साल के बच्चे को उसके पिता की मृत्यु के बाद चाइल्ड कांस्टेबल बना दिया गया था. इसके अलावा, मध्य प्रदेश के कटनी में एक चार साल के बच्चे को पुलिस फोर्स में अपने पिता हेड कांस्टेबल को खोने के बाद बाल कांस्टेबल के रूप में नियुक्त किया गया था. इन सभी बच्चों को 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने के बाद पूर्णकालिक कांस्टेबल के रूप में नियुक्त किया जाएगा.

सरगुजा: छत्तीसगढ़ के सरगुजा में एक पांच वर्षीय लड़के को उसकी पिता की मौत के बाद ‘चाइल्ड कांस्टेबल’ के रूप में नियुक्त किया गया है. अनुकंपा के आधार पर मृतक पुलिसकर्मी के पांच साल के बेटे को चाइल्ड कांस्टेबल (बाल आरक्षक) के पद पर नियुक्त किया गया है. बच्चे के पिता की एक दुघर्टना में मौत हो गई थी. सरगुजा पुलिस अधीक्षक (SP) भावना गुप्ता के अनुसार, राजकुमार राजवाड़े एक पुलिस कांस्टेबल थे, जिनकी एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी.

घटना के बाद गुरुवार को उनके पुत्र नमन रजवाड़े को अनुकंपा के आधार पर चाइल्ड कांस्टेबल के पद पर नियुक्त किया गया. सरगुजा पुलिस अधीक्षक (SP) भावना गुप्ता ने बताया कि जब बच्चा 18 साल की उम्र पूरी कर लेगा तो वह पूर्णकालिक (फुलटाइम) कांस्टेबल बन जाएगा. उन्होंने बताया कि पुलिस मुख्यालय के दिशा निर्देशों के अनुसार, जब ऑन ड्यूटी किसीए पुलिसकर्मी की असामयिक मौत हो जाती है तो ऐसे में मृतक के परिवार में जब 18 साल से कर्म उम्र वाले को नियुक्त किया जाता है.

‘मां बोली, दुख भी है मगर अपने बेटे के लिए खुश हूं’
मृतक कांस्टेबल की पत्नी नीरु राजवाड़े ने मीडिया से बातचीत में बताया कि, उनके पति की एक एक दुर्घटना में मौत हो गई थी, अब उनके बेटे को पुलिस विभाग में अनुकंपा के आधार पर चाइल्ड कांस्टेबल के पद पर नियुक्त किया गया है. उन्होंने बताया कि वे दुखी भी हैं लेकिन अपने बच्चे के लिए पुलिस विभाग के इस फैसले से खुश हैं.

18 साल बाद फुलटाइम कांस्टेबल पद पर होगी तैनाती
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में जनवरी में इसी तरह की एक घटना में एक साढ़े पांच साल के बच्चे को उसके पिता की मृत्यु के बाद चाइल्ड कांस्टेबल बना दिया गया था. इसके अलावा, मध्य प्रदेश के कटनी में एक चार साल के बच्चे को पुलिस फोर्स में अपने पिता हेड कांस्टेबल को खोने के बाद बाल कांस्टेबल के रूप में नियुक्त किया गया था. इन सभी बच्चों को 18 वर्ष की आयु प्राप्त करने के बाद पूर्णकालिक कांस्टेबल के रूप में नियुक्त किया जाएगा.