मुरैना। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के मुरैना जिले के कैलारस पुलिस ने 3 दिन पहले पटाखों से भरा ट्रक पकड़ा लेकिन सिर्फ 50 हजार के पटाखे जब्त करना बताया। पटाखों की जब्ती में गड़बड़ी की गई थी। इसका खुलासा तब हुआ, जब पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह के निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (एसडीओपी) गुरुवचन सिंह ने थाने के हवलदार की बैरक का ताला तुड़वाया। इस बैरक में तीन लाख रुपए के पटाखों से भरे आठ कार्टन मिले जो ट्रक से जब्त किए गए थे। इन पटाखों को जब्त कर लिया गया है। अब एसपी जब्ती में गड़बड़ी करने पर थाना प्रभारी से लेकर अन्य सिपाही-हवलदारों के खिलाफ कार्यवाही कर सकते हैं।
पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने कैलारस एसडीओपी गुरुवचन सिंह को निर्देश दिए कि वे थाने के पीछे बनी बैरक में पहुंचकर जांच करें कि वहां पटाखों से भरे कितने कार्टन छिपाकर रखे गए हैं। एसडीओपी सिंह ऑफिस के स्टाफ को साथ लेकर कार्यवाही के लिए मौके पर पहुंचे तो वहां हवलदार केके उपाध्याय की बैरक में ताला लगा मिला। उपाध्याय को एसडीओपी ने बुलाया लेकिन वे मौके पर नहीं आए। इसके बाद एसडीओपी ने बाजार से मिस्त्री बुलाकर बैरक में लगे ताले को तुड़वा दिया। बैरक के अंदर बिछे तीन पलंग में से एक के नीचे नौ कार्टन मिले। एसडीओपी ने स्टाफ की मदद से कार्टन को खुलवाकर देखा तो उनमें से आठ में पटाखे भरे हुए थे और एक खाली था। सभी पटाखों की जब्त कर कैलारस पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। जब्त किए पटाखों की कीमत लगभग तीन लाख रुपए बताई गई है।
पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने आज यहां बताया कि शिकायत मिली थी कि कैलारस पुलिस ने पटाखों से भरा एक ट्रक पकड़ा है लेकिन पटाखों को कम जब्त किया है। जब्ती से बचाए गए पटाखों को थाने के बैरक (आवास) में छिपाकर रखा गया है। कार्यवाही के लिए एसडीओपी को मौके पर भेजा तो बैरक का ताला तुड़वाकर पटाखों से भरे आठ कार्टन जब्त किए गए हैं। मामले की जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट आने पर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
कैलारस टीआई नवीन यादव ने पटाखों से भरे ट्रक को पकड़े जाने के संबंध में सबलगढ़ एसडीएम को सूचित कर कार्यवाही के लिए मौके पर नहीं बुलाया। पुलिस ने राजस्व विभाग से यह जानकारी लेने की कोशिश भी नहीं की कि जिस एमजी ट्रेडर्स के नाम से जो पटाखे आगरा से कैलारस मंगवाए गए हैं, उनके क्रय-विक्रय व भंडारण का लाइसेंस एसडीएम कार्यालय से जारी किया गया है या नहीं। शेष पटाखों को टीआई के इशारे पर थाने के कुछ सिपाही-हवलदारों ने बैरक में छिपा दिया था। ऐसा इसलिए किया गया ताकि पटाखे मंगवाने वाले व्यापारी (एमजी ट्रेडर्स) से पटाखे वापस देने के एवज में रुपए वसूले जा सकें।
तीन दिन पहले कैलारस पुलिस ने पटाखों से भरे ट्रक क्रमांक एमपी06 ई 3928 को मय ड्राइवर गिरिराज शर्मा के पकड़ा था। टीआई ने जब्त पटाखों के संबंध में जानकारी दी तो मात्र 50 हजार रुपए कीमत के पटाखे जब्त करना बताया। कैलारस पुलिस ने पटाखों की जब्ती से पहले जब्त माल को बदलने के लिए व्यापारी से सौदा कर लिया और बड़े कार्टन में से छोटे-छोटे कार्टन बनवाकर उन्हें जब्त करना बता दिया। दो तिहाई माल व्यापारी को वापस सुपुर्द करने की तैयारी थी। उससे पहले ही एसडीओपी ने छापा मार दिया।