इन्दौर। मध्यप्रदेश के इन्दौर में हीरानगर थाना क्षेत्र में अज्ञात बदमाश ने माता-पिता के बगल में सो रही चार साल की बच्ची का अपहरण और दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी। बच्ची का शव घर के पास स्थित कुएं में मिला। पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में बच्ची के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। वारदात में बच्ची के माता-पिता के परिचितों का हाथ होने का अंदेशा है। पुलिस ने खेत मालिक सहित अन्य को हिरासत में लिया है। कुछ समय पहले शहर के राजवाडा क्षेत्र में भी इसी तरह की घटना हुई थी।
वारदात बीमा अस्पताल के समीप स्थित कुष्ठ रोगियों के आश्रम के पास की है। यहां चंपालाल वर्मा और उसके भाई फूलचंद वर्मा के खेतों में धार-झाबुआ के आदिवासी मजदूरों के 32 झोपडे बने हुए हैं। यहां रहने वाला एक दंपती दो बेटे और दो बेटियों के साथ झोपडी के बाहर चादर बिछाकर सो रहा था।
रविवार रात करीब दो बजे बच्ची के पिता लघुशंका के लिए उठे तो सबसे छोटी बेटी नहीं दिखी। कुछ देर पत्नी व पडोसियों के साथ खेत और अन्य झोपडियों में तलाशा और तीन बजे थाने पहुंचे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर खेतों में सर्चिंग की। देर रात खेत में बच्ची का पाजामा मिल गया। इससे अनहोनी का शक गहरा गया।
एसपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। सोमवार दोपहर परदेशीपुरा, बाणगंगा थाना प्रभारियों सहित करीब सौ पुलिसकर्मियों की टीम खेत, झोपडी, नाले, झाडियों और अन्य स्थानों पर छानबीन में जुट गई। 17 घंटे बाद पुलिस को खेत में बने कुएं में बच्ची का शव मिल गया। बच्ची का शव पूरी तरह नग्न अवस्था में मिला। पुलिस ने रात में ही शव को पीएम के लिए एमवाय अस्पताल रवाना कर दिया। जहां उसके साथ गलत काम की पुष्टि हुई।
एसपी (पूर्वी) मो. यूसुफ कुरैशी के मुताबिक जिस जगह कुआं है, वहां खेत मालिक चंपालाल वर्मा का कमरा बना हुआ है। वहां उसकी पत्नी और बेटा भी रहते हैं। खेत, कमरा और झोपडियों के आसपास करीब 20 कुत्ते रहते हैं। बाहरी आदमी के प्रवेश करते ही कुत्ते भौंकना शुरू कर देते हैं। पुलिस को शक है कि वारदात में ऐसे व्यक्ति का हाथ है जिसका परिसर में आना-जाना था। पुलिस ने चंपालाल, उसके बेटे पत्नी को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने वर्मा के कमरे और आसपास सर्चिंग की तो शराब की खाली बोतलें मिलीं।
परिजन ने पुलिस को बताया कि वे रविवार रात करीब 10 बजे नंदानगर में भंडारे का प्रसाद खाकर लौटे थे। गर्मी के कारण माता-पिता ने झोपडी के बाहर चादर बिछाई और चारों बेटे-बेटियों के साथ सो गए। रात में बेटी नहीं दिखी तो पुलिस को खबर की। पुलिस वालों ने कहा बच्ची भंडारे में चली गई होगी। वहां जाकर ढूंढें। माता-पिता आसपास तलाशकर लौट आए। इसी बीच एसपी को खबर मिली तो सर्चिंग शुरू हुई।