भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि चंबल वह इलाका है जहां कभी डकैत होते थे, इसे हम विकसित सम्पन्न क्षेत्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी  के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए चं्रबल प्रोग्रेस वे की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के पास ऐसा क्षेत्र जहां विकास की संभावनाएं अधिक है दिल्ली से चार घंटे की दूरी पर है। इस प्रोग्रेस वे में इंडस्ट्री हब और क्लस्टर तैयार किए जाने की परिकल्पना है। प्रोग्रेस वे  भारत का महत्वपूर्ण इंडस्ट्रीयल सेक्टर बनेगा।  मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्री गडकरी से कहा कि  वे स्वयं एक्सप्रेस वे की तरह काम करते है उन्हें विश्वास है कि उनके नेतृत्व में चंबल प्रोग्रेस वे का काम जल्द पूरा होगा। बैठक में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए जुड़े थे।

मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश और राजस्थान को जोड़ने वाले चंबल प्रोग्रेस वे से कोटा से इटावा तक का सफर आसान हो जाएगा। मध्यप्रदेश में  309 किलोमीटर लंबाई का मार्ग इसमें शामिल होगा। चंबल प्रोग्रेस वे फोर लेन होगा और भविष्य में इसे 8 लेन करने के लिए स्पेस छोड़ा जाएगा।  इस चर्चा में राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, राजस्थान और मध्यप्रदेश के अधिकारी भी मौजूद रहे। मध्यप्रदेश में बनने वाले चंबल प्रोग्रेस वे को लेकर लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई ने अपनी टीम के साथ  प्रेजेंटेशन दिया।


चंबल प्रोग्रेस वे अभी फोर लेन बनाया जा रहा है। कुल 358 किलोमीटर के इस चंबल प्रोग्रेस वे में मध्यप्रदेश में सबसे अधिक 309 किलोमीटर लंबाई का मार्ग तैयार किया जाएगा। उत्तरप्रदेश में 17 किलोमीटर और राजस्थान में 32 किलोमीटर में इस मार्ग का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा राजस्थान सरकार द्वारा प्रस्तावित 53 किलोमीटर का प्रस्तावित मार्ग भी कोटा तक इससे जोड़ा जाएगा।

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