धार। उम्र 12 साल…कद करीब 3 फीट…नाम शिवानी। मंगलवार को शिवानी को पिता मुन्नालाल अंगुली पकड़कर कलेक्टर की जनसुनावई में पहुंचा। बोला- 8 साल से बालिका की ऊंचाई नहीं बढ़ रही है, मदद कीजिए। लेकिन यहां निराशा हाथ लगी, उसे इंदौर के एमवाय अस्पताल ले जाने के लिए कहा गया। इस पर मुन्नालाल बोला -मेरे पास तो धार आने के पैसे नहीं होते हैं। इंदौर कै से लेकर जाएंगे?
मुन्नालाल शिवानी को गांव बखानखेड़ी से चार कि मी दूर बगड़ी तक पैदल लेकर पहुंचा, फिर बस से धार कलेक्टर की जनसुनवाई में आया। कलेक्टर दीपक सिंह तो नहीं मिले, लेकिन एडीएम वीरेंद्र कापसे मौजूद थे। मुन्नालाल ने बताया कि गांव में कभी बेटी को गोद तो कभी कि सी की बाइक से मदद लेकर आते हैं।
पहले भी जनसुनवाई में आस लेकर आया था, लेकि न देर से पहुंचा तो कोई नहीं मिला था। उसने बताया कि उसके पांच बच्चे हैं। बच्ची के इलाज के लिए आर्थिक सहायता के लिए आया हूं, लेकि न फार्म पर एमवाय अस्पताल ले जाने को कहा गया। मेरे पास पैसे नहीं हैं, मैं इंदौर कैसे जाऊंगा।
शरीर का विकास नहीं हो रहा
मुन्नालाल ने बताया कि बेटी जन्म के बाद स्वस्थ थी। 8 साल से बेटी के शरीर का विकास नहीं हो रहा हैं। पैसा नहीं है तो कि सी डॉक्टर को नहीं दिखाया है। कभी-कभी उसके शरीर पर सूजन आ जाती है। स्कू ल जाने में दिक्कत होती है।
धार में इलाज नहीं हो सकता
जनसुनवाई में बैठे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अरविंद और नीलेश साहू ने बताया कि जिले में बच्ची के इलाज नहीं हो सकता है, इसलिए इंदौर एमवाय भेजा है। वहां मुफ्त इलाज हो सकता है। पिता का संबल में भी पंजीयन है, इललिए लाभ मिल सकता है। आने-जाने और अन्य खर्च को लेकर प्रशासन मदद कर सकता है।
प्रसाशन हर स्तर पर मदद करेगा
प्रकरण सीधे स्वास्थ्य विभाग के पास गया था। मेरे सामने नहीं आया है। अगर ऐसा प्रकरण है तो मदद की जाएगी। बालिका को विकलांग पेंशन मिल सकती है। परिजनों को आर्थिक समस्या है तो भी प्रशासन स्तर पर जो भी मदद होगी वह करेंगे।
-दिलीप कापसे, एडीएम धार
विकलांगता का लाभ दिया जा सकता हैं
इस तरह के के स में बालिका को विकलांग के सभी लाभ दिए जा सकते हैं। 18 साल बाद विकलांगता को पेंशन का प्रावधान है। इस प्रकार के प्रकरण में मदद की जा सकती है।
-आरसी पनिका, सीएमएचओ