भोपाल। लॉकडाउन में अन्य राज्यों से मध्यप्रदेश वापस लौटे दस लाख 72 हजार प्रवासी श्रमिकों के लिए मध्यप्रदेश के चौबीस जिलों में गरीब कल्याण रोजगार अभियान चलाया जाएगा। इसके जरिए इन प्रवासी श्रमिकों के दुबारा पलायन को रोकने इन्हें मनचाहा काम दिया जाएगा।
गरीब कल्याण रोजगार अभियान के लिए वित्त आयोग की ओर से 613 करोड़ 84 लाख रुपए खर्च कर 18 हजार 945 कार्य शुरु किए गए है। इन कामों में सीसी रोड, पुल-पुलिया, नाली निर्माण, सामुदायिक केन्द्र और जलसंरक्षण जैसे काम किए जाएंगे। वहीं स्वच्छ भारत मिशन के तहत 4 हजार 822 सामुदायिक स्वच्छता परिसरों का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा गांवों में सालिड एंड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट हेतु दस हजार से ज्यादा गांवों में काम किया जाएगा। इन कार्यो के क्रियान्वयन से प्रवासी कुशल और अकुशल मजदूरों को 48 करोड़ रुपए की मजदूरी उपलब्ध कराई जाएगी।
महात्मा गांधी नरेगा से जल संरक्षण और संवर्धन का काम शुरु किया जा रहा है। इसमें पशु शेड, वृक्षारोपण, कुए निर्माण, आंगनबाड़ी शेड, पंचायत भवन के निर्माण कार्य किए जाएंगे। कुल 1 लाख 56 हजार कामों के क्रियान्यन पर 6 हजार 123 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। प्रदेश में मनरेका में 66 लाख 93 हजार सक्रिय जाबकार्डधारक श्रमिक है। कोविड संक्रमण काल के दौरान 6 लाख 61 हजार श्रमिकों को नवीन जाब कार्ड उपलब्ध कराए गए हैं।