उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में बिकरु कांड ने सभी का दिल दहला दिया था। 8 पुलिस कर्मियों की हत्या करने वाले 23 आरोपियों को कोर्ट ने 10-10 साल की सजा सुनाई है और इसी के साथ 50-50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है। हाल के साथ आरोपियों को पुलिस ने बड़ी भी कर दिया है क्योंकि इनके खिलाफ कोई भी साक्ष्य नहीं मिल पा रहे थे। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में बिकरु कांड के 3 साल से ज्यादा का समय हो चुका है।
23 आरोपियों को सुनाई गई सजा
बिकरु कांड से जुड़े गैंगस्टर मामले में 23 आरोपियों को कोर्ट ने सजा सुनाई है। कोर्ट ने राहुल पाल, अखिलेश, छोटू शुक्ला, राम सिंह यादव, जय वाजपेई, धीरेंद्र कुमार ,सुरेश, मनीष, गोपाल ,वीर सिंह,हीरू दुबे, दयाशंकर अग्निहोत्री, श्यामू बाजपेई, जहान यादव, रामू बाजपेई, शशिकांत पांडे, शिवम दुबे ,गोविंद सैनी, उमाकांत, शिवम दुबे ,शिव तिवारी, राम सिंह यादव, जिलेदार को 10 -10 साल की सजा सुनाई गई और साथ में 50-50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। वही रमेश चंद्र ,संजय ,बाल गोविंद, प्रशांत ,सुशील कुमार और गुड्डन को बरी कर दिया गया है।
45 आरोपियों को भेजा गया था जेल
आपको बता दे साल 2020 में बिकरु गांव में दबिस देने गई पुलिस पर गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गैंग ने गोलियां बरसा दी थी जिसमें आठ पुलिसकर्मियों की हत्या हो गई थी। पुलिस ने तुरंत ही एक्शन लेते हुए विकास दुबे समेत कुछ आरोपियों को मुठभेड़ में मार गिराया था। कानपुर में हुए इस कांड में 45 आरोपियों को जेल भेजा गया जिसमें पांच को जमानत पर रिहा कर दिया गया था। इस मामले में विकास दुबे की 72 करोड़ की संपत्ति जब्त की जा चुकी है।