ग्वालियर। कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने कहा है कि गणतंत्र दिवस तक जिले की सभी ग्राम पंचायतों को खुले में शौच की कुप्रथा से मुक्ति दिला दी जायेगी। इस कार्य में बाधक बनने वालों से प्रशासन सख्ती से निपटेगा। इसी क्रम में उनके द्वारा 21 ग्राम पंचयतों में चिन्हित किए गए व्यक्तियों के शस्त्र लायसेंस निरस्त करने और दो ग्राम पंचायतों के सचिवों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह निर्देश जिला पंचायत सभागार में ओडीएफ होने से शेष बचीं 65 पंचायतों के सचिवों और तकनीकी अमले के साथ बैठक के दौरान दिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नीरज कुमार सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
डॉ. संजय गोयल ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार सहित राज्य सरकार की प्राथमिकता वाला कार्यक्रम है। इसके लक्ष्यों को निर्धारित समय सीमा में हर परिस्थिति में प्राप्त करना सभी के लिये आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत अच्छा काम करने वाले शासकीय अमले, जनप्रतिनिधियों और आमजन को पुरस्कृत और सम्मानित किया जा रहा है।
इसी क्रम में उन्होंने ग्राम पंचायत डबका, ग्राम पंचायत सिरसा के सचिव व रोजगार सहायक द्वारा कार्य में रूचि न लेने के कारण उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही ग्राम पंचायतों में निवासरत शासकीय कर्मचारी मध्यान्ह भोजन के समूह सदस्य द्वारा खुले में शौच किए जाने की शिकायत प्राप्त होती हैं तो शासकीय कर्मचारियों के वेतन काटन, समूहों को मध्यान्ह भोजन निर्माण से हटाने के निर्देश भी दिए। डॉ. गोयल ने मुरार विकासखण्ड की ग्राम पंचायत मुगलपुरा और इकहरा, बरई विकासखण्ड की ग्राम पंचायत मोहना, चराई श्यामपुर, चराईडांग, सुरहला, तिलघना, रेंहट, सहसारी, डबरा विकासखण्ड की ग्राम पंचायत अकबई बडी, सिरसा, किरोल व अडुसी, भितरवार विकासखण्ड की ग्राम पंचायत चरखा, गढ़ाजर, बामरौल, करहिया, ईंटमा, केरूआ, लोहारी और बड़ की सराय के दबंग व्यक्तियों द्वारा खुले में शौच कर अभियान को नुकसान पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है।