जकार्ता : इंडोनिशया के स्टार बक्स कैफे में हुए फिदायीन हमले की साजिश रचने के मामले में मौलाना अमान अब्दुर रहमान को स्थानीय कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई है. 2016 में हुए इस फिदायीन हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी. जकार्ता की अदालत ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उसे मौत की सजा सुनाई. अदालत पहले ही अब्दुर रहमान को हमले की साजिश रचने का दोषी करार दे चुकी है.
दक्षिणपूर्व एशिया में पहली बार किसी हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली थी. हमले के बाद से लगातार इस मामले पर दोषियों के खिलाफ सुनवाई कर रही कोर्ट में पिछले महीने हुई सुनवाई के दौरान अभियोजन ने अब्दुर रहमान को मौत की सजा देने की मांग की थी.
2016 में जकार्ता में हुए थे हमले
जकार्ता में 2016 को हुए कई विस्फोटों और गोलीबारी में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई थी, जबकि एक कैफे के बाहर गोलीबारी की आवाज सुनी गई थी. जकार्ता में यूएन दफ्तर समेत कई जगहों पर एक बाद एक करके ब्लास्ट हुए. जानकारी के अनुसार, 14 आतंकियों ने इन धमाकों को अंजाम दिया और खुलेआम गोलियां बरसाईं थी. जकार्ता में कुल सात धमाकों में सात लोगों की मौत हुई थी. मरने वालों में तीन पुलिसवाले और चार आम नागरिक हैं.
यूएन दफ्तर के बाहर भी हुआ था धमाका
एक बम धमाका जकार्ता के मध्य इलाके में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (यूएन दफ्तर) के बाहर हुआ था. एक अन्य स्थान पर हुए धमाके के दौरान मौजूद एक पुलिस अफसर की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
कौन है अब्दुर रहमान
अब्दुर रहमान को इंडोनेशिया में आईएस के समर्थकों का नेता माना जाता है. वह स्थानीय चरमपंथी नेटवर्क जमाह अंशरूत दौलाह (जेएडी) का धार्मिक नेता भी है. ऐसा कहा जाता है कि इंडोनेशिया के लोगों में अब्दुर रहमान का काफी खौफ है.