इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने पीसीपीएनडीटी एक्ट के नोडल अधिकारी सतीश जोशी को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है। एक नर्सिंग होम की महिला डॉक्टर के खिलाफ मिली शिकायत का पटाक्षेप करने वह पैसे मांग रहा था। आरोपी पहले मलेरिया विभाग में मलेरिया अधिकारी के पद से रिटायर हुआ था। बाद में वह पीसीपीएनडीटी एक्ट का नोडल अधिकारी बन गया।
राजबाड़ा स्थित अर्पण नर्सिंग होम के प्रशासनिक अफसर सुनील शुक्ला ने शिकायत की थी नोडल अधिकारी सतीश जोशी के द्वारा महिला डॉक्टर की शिकायत को खत्म करने डिमांड की जा रही है। लोकायुक्त पुलिस ने योजना बनाकर जोशी को ट्रैप करने का प्लान बनाया। शुक्ला ने प्रशासनिक संकुल पहुंचकर जोशी को फोन लगाया। जोशी सारा काम छोड़कर रिश्वत लेने पहुंच गए। उसने पैसे लिए और फाइल में रख लिए। अपने कक्ष में गया तो लोकायुक्त पुलिस वहां पहुुंच गई। पुलिस देखते ही उसका चेहरा उतर गया। उसके खिलाफ केस बनाया गया है। डीएसपी दिनेश पटेल, प्रवीण सिंह बघेल की टीम ने यह कार्रवाई की है।