भोपाल। बसपा की पथरिया विधायक रामबाई गुरुग्राम के होटल में कांग्रेस के मंत्रियों के साथ बाहर निकलने का वीडियो वायरल होने पर उनके पति गोविंद सिंह ने बुधवार को सफाई दी। उन्होंने बीती रात के घटनाक्रम पर कहा कि रामबाई गुरुग्राम के एक होटल में ठहरी थीं और बेटी का इलाज कराने के लिए गईं थीं। उनका न तो कोई अपहरण हुआ है न ही किसी ने उन्हें बंधक बनाया था। जो कुछ घटनाक्रम चल रहा है, यह सभी अफवाहें हैं, वे कमलनाथ सरकार के साथ हैं। इधर देर रात दमोह पहुंची विधायक रामबाई ने कहा है कि वे समय आने पर सबकुछ सही बता देंगी। अभी वे सच बता नहीं सकती और झूठ बोलना नहीं चाहतीं।
गोविंद सिंह ने बताया कि कल रामबाई जब दिल्ली गईं थीं, तभी कुछ शंका सी थी, लेकिन मैंने तभी सारे पत्ते खोल दिए थे, कि कांग्रेस की सरकार को कोई संकट नहीं है। बीती रात गुरुग्राम से रामबाई को होटल से बाहर नहीं लाया गया है। बल्कि वे स्वयं कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह को होटल से बाहर लेकर आईं थीं। इससे पहले दोनों मंत्रियों की स्टाफ से बहस हुई थी, बहस की आवाज सुनकर कमरे से रामबाई बाहर आईं और स्वयं मंत्रियों को लेकर होटल से बाहर निकलीं।
पथरिया विधायक का नाम पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा बार-बार लेने पर गोविंद सिंह ने कहा कि यह गलत है, उन्हें रामबाई का नाम नहीं लेना चाहिए, न तो हम कांग्रेस से हैं और न बीजेपी से। हम स्वतंत्र हैं, अगर हमें बात करना है तो बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं से बात कर सकते हैं। इसमें किसी का हस्तक्षेप नहीं है। दिग्विजय सिंह कांग्रेस के लापता विधायकों की बात करें। पैसे मिलने के विषय पर उन्होंने कहा अभी तक किसी को कुछ पैसा नहीं मिला है और न ही कोई बात है। यह कांग्रेस का अंर्तह कलह है और कांग्रेस ही जानें। यहां पर बता दें कि एक दिन पहले विधायक पति गोविंद सिंह ने बयान दिया था कि विधायक रामबाई दिल्ली में बेटी का इलाज कराने के लिए गईं हैं, लेकिन बाद में पता चला के वे गुरुग्राम एक होटल में ठहरी हुईं हैं। जिस पर कांग्रेस के मंत्री जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह उन्हें लेने के लिए होटल पहुंच थे।