इंसान का शरीर और उससे जुड़ी हुई तमाम ऐसी कॉम्प्लेक्स चीज़ें हैं, जो कई बार मेडिकल साइंस से जुड़े लोगों को भी हैरान कर देती हैं. खासतौर पर बच्चों का कंसीव होना और उनका जन्म ऐसी प्रक्रिया है, जो कई बार ऐसी घटनाओं की गवाह बनती है, जिसे देख-सुनकर इंसान दंग रह जाता है. एक ऐसी ही मां और जुड़वां बच्चों की कहानी ब्राज़ील से आई है, जो असाधारण है.
ये अपनी तरह का दुनिया का 20वां केस है और जुड़वां बच्चों के पिता अलग-अलग निकले हों. इस तरह के केसेज़ को मेडिकल साइंस की भाषा में हेट्रोपैरेंटल सुपरफेक्यूंडेशन कहा जाता है. आमतौर पर जुड़वां बच्चों के पिता एक ही होते हैं लेकिन दुनिया में करोड़ों में से एक मामला ऐसा भी आता है, जिसमें एक साथ पैदा हुए बच्चों के बायलॉजिकल फादर अलग-अलग हो जाते हैं. कुछ ऐसा ही हुआ है ब्राज़ील की एक मां के साथ.
मां को हुआ बच्चे के पापा को लेकर शक
ब्राज़ील में रहने वाली 19 साल की लड़की ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया था. इनमें से एक बच्चे की शक्ल उस शख्स से नहीं मिल रही थी, जिसका नाम उसने पिता के तौर पर लिया था. ऐसे में उसने बच्चों का डीएनए टेस्ट कराया. टेस्ट में पता चला कि वो शख्स सिर्फ एक ही बच्चे का जैविक पिता है, जबकि दूसरे बच्चे का टेस्ट निगेटिव आया. लड़की को किसी और शख्स के साथ अपने रिलेशनशिप के बारे में याद आया तो उसने दूसरे बच्चे का डीएनए उससे मैच कराया, जो मैच कर गया. इस तरह की कंडीशन को हेट्रोपैरेंटल सुपरफेक्यूंडेशन कहलाती है.
करोड़ों में एक होते हैं ऐसे मामले
Dr Tulio Jorge Franco के मुताबिक ये दुनिया भर में 20वां हेट्रोपैरेंटल सुपरफेक्यूंडेशन का मामला है. पुर्तगाल के न्यूज आउटलेट G1 के मुताबिक ऐसी प्रेगनेंसी तब होती है जब मां के दो एग्स दो अलग पुरुषों के स्पर्म से फर्टिलाइज़ होते हैं. उनका जेनेटिक मटीरियल मां का होता है लेकिन प्लेसेंटा अलग होती हैं. इस तरह के मामले इंसानों में कम लेकिन कुत्ते, बिल्लियों और गायों में ज्यादा पाए जाते हैं. अगर जन्म से पहले जुड़वां बच्चों को लेकर पैटरनिटी टेस्ट की बात की जाए, तो इससे मिसकैरेज का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में जल्दी कोई भी इसे नहीं कराना चाहता.