जबलपुर। एक्सीडेंट के मामले में लिखा-पढ़ी के नाम पर 1500 रुपए की रिश्वत लेते तिलवारा थाने का प्रधान आरक्षक रामकुमार बघेल मोबाइल कैमरे में कैद हो गया। इसकी जानकारी होते ही एसपी अमित सिंह ने तत्काल प्रभाव से आरक्षक को सस्पेंड करते हुए उसे लाइन अटैच कर दिया। आरक्षक बघेल ने सड़क हादसे में घायल युवक से प्रकरण की लिखा-पढ़ी कर जब्त बाइक का जल्द सुपुर्दनामा देने के लिए 4 हजार रुपए की मांग की थी। दोनों के बीच 1500 रुपए में सौदा तय हुआ था।
चरगवां के बिछुआ गांव निवासी राहुल पाटकर (24) ने बताया कि सोमवार शाम गांव में ही रहने वाले सचिन जैन के साथ जबलपुर आया था। रात तकरीबन 9 बजे घर लौटते समय वह सिवनी टोला पेट्रोल पंप के पास पहुंचा ही था कि तभी सामने से आ रही बाइक से सीधी भिड़ंत हो गई। उस बाइक पर 4 युवक सवार थे। हादसे में सभी को चोटें आईं। 108 एम्बुलेंस की सहायता से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस ने दोनों बाइक जब्त कर ली थी।राहुल ने बताया कि प्राथमिक इलाज के बाद सोमवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी। मंगलवार को प्रधान आरक्षक रामकुमार ने फोन कर उसे तिलवारा थाने बुलाया। रात 8 बजे वह थाने पहुंचा। रामकुमार ने बताया कि एफआईआर हो गई है। जल्द लिखा-पढ़ी कर गाड़ी की सुपुर्दगी व चालानी कार्रवाई करने में खर्च लगेगा।
राहुल के मुताबिक प्रधान आरक्षक ने 4 हजार रुपए की मांग की थी। उसने इतनी रकम देने में असमर्थता जताई तो सौदा 1500 रुपए में तय हो गया। प्रधान आरक्षक को यह रकम देते हुए उसने खुद ही अपने मोबाइल से वीडियो बना ली। जिसके बाद इसकी जानकारी पुलिस अफसरों को दे दी।
डॉ. रायसिंह नरवरिया एएसपी ने बताया कि एक्सीडेंट के प्रकरण में फरियादी से रकम लेने के मामले में एसपी के निर्देश पर प्रधान आरक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है। उसके खिलाफ जांच की जा रही है।