गुना। मध्य प्रदेश के गुना जिले में 15 वर्षीय छात्रा के अपहरण का मामला सामने आया है। गैंगरेप की आशंका भी जताई जा रही है। नाबालिग स्कूल के लिए घर से निकली थी, देर रात उसे एक सूने घर से बेहोश बरामद किया गया। पुलिस जांच कर रही है। उधर खबर मिलते ही क्षेत्रवासी आक्रोशित हो गए और सड़क पर उतर आए। उन्होंने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी कर उन पर कड़ी सजा दिलाए जाने की मांग कर धरना दिया। बच्ची के बयान के आधार पर पुलिस ने पांच लोगों पर केस दर्ज कर तीन को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार मामला गुना जिले के चांचौड़ा थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि 15 वर्षीय नाबालिग स्कूल के लिए निकली थी। जब वह देर शाम तक नहीं लौटी तो उसकी तलाश शुरू की गई। बच्ची आपत्तिजनक स्थिति में एक सूने घर में बेहोश मिली। उसे घरवाले इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से गुना रेफर कर दिया। बच्ची के पिता ने आशंका जताई है कि बेटी के साथ गलत काम हुआ है। हमें बेटी बेहोश पड़ी मिली थी, उसे इलाज के लिए बीनागंज स्वास्थ्य केंद्र ले गए।
बच्ची के साथ गलत हरकत की आशंका की बात क्षेत्र में तेजी से फैल गई। क्षेत्रवासी गुस्से में आ गए और प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर उतर कर धरना देना शुरू कर दिया। चाचौड़ा विधायक लक्ष्मण सिंह मौके पर पहुंचे और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाए जाने की बात कही। वहीं पूर्व विधायक ममता मीणा भी मौके पर पहुंचे और नगर वासियों के साथ अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे।
एसपी विनोद चौहान का कहना है कि बच्ची के पिता ने शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस पांच आरोपियों पर पॉक्सो एक्ट और किडनैपिंग का मामला दर्ज किया है, तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। छात्रा के अपहरण में 9 आरोपियों के शामिल होने की बात सामने आई है। कलेक्टर फ्रैंक नोबेल ए का कहना है कि बच्ची के बयान हो गए हैं बयान के आधार पर धाराएं बढ़ाई जा रही हैं। वहीं राजस्व बिल्डिंग परमिशन के लिए नोटिस दिया है। 24 घंटे में जवाब देने के लिए समय दिया गया है इसके बाद विभाग अपनी कानूनी कार्रवाई करेगा।
मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ट्वीट कर रोष जताया है। उनका कहना है कि मध्यप्रदेश के गुना ज़िले के बीनागंज में एक मासूम स्कूली छात्रा के अपहरण व उसके साथ गैंगरेप की दुखद घटना सामने आई है। घटना बेहद निंदनीय है। मध्यप्रदेश में मासूमों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं रोज सामने आती हैं। प्रदेश में बहन-बेटियां कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं।
क़ानून व्यवस्था की स्थिति बेहद ख़राब है। एनसीआरबी के आंकड़ों में भी प्रदेश मासूमों से दुष्कर्म में देश में अव्वल है। सरकार बहन-बेटियों को सुरक्षा देने की बजाय रोज़ चुनावी इवेंट में लगी हुई है। इस घटना के सारे आरोपी अभी तक गिरफ़्तार नहीं हुए हैं। मैं सरकार से मांग करता हूं कि इस घटना के सारे आरोपियों को तत्काल गिरफ़्तार किया जाए, उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। पीड़ित परिवार की हर संभव मदद हो, पीड़ित छात्रा के समुचित अच्छे इलाज की व्यवस्था हो।