होशंगाबाद ! शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) वंचित व जरूरतमंद बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करने के लिया लागू किया गया है, लेकिन नए नियम और स्कूलों की मनमर्जी गरीब बच्चों व उनके पालकों पर भारी पड़ रही है। नये नियमों के अनुसार आरटीई के तहत ऑनलाइन आवेदन की उलझन भरी प्रक्रिया से पालक परेशान हो गए है।
ऑनलाइन की शुरूआती कवायद से सैकड़ों पालक फार्म ही नहीं भर पाए, क्योंकि उन्हें स्कूलों के कोड आदि की जानकारी नहीं थी। दूसरा इसके लिये जो साफ्टवेयर तैयार हुआ है, उसमें भी तकनीकी दिक्कतें आ रही थी। पालकगण नेट पर आपपास के स्कूल तालशते रहे, परन्तु कुछ स्कूल नदारत रहे और कुछ स्कूलों के परिसीमन के दायरे से बाहर रहे। ऑनलाइन दाखिले से पूर्व अधिकतर स्कूलों में आरटीई के तहत दाखिला भी हो चुका था। बच्चें स्कूल भी जाने लगे थे। फिर ऑनलाइन की आवेदन की नई तारीख 22 से 30 जून आने पर वे सब दाखिले निरस्त हो गये।
इसी तरह का एक मामला ऑनलाइन आवेदन के अंतिम तारीख से एक दिन पूर्व सामने आया। वह यह था दुर्गेश बकोरिया के दो बच्चों को दाखिला। दुर्गेश ने बताया कि उसने अपने बेटे पियूष का कक्षा केजी-1 व बेटी महिमा का कक्षा पहली में दाखिला सोना मेमोरियल हायर सेकेण्डरी स्कूल में करवाया था।
आरटीई के तहत जनवरी में आवेदन किया था और दोनों बच्चों का चयन आटीई के तहत होने पर दाखिला हो गया था। फिर मैंने दोनों बच्चों को पुस्तकें, यूनिफार्म दिलवाने में 2500 रूपये खर्च भी कर दिये। स्कूल वेन से भी बात कर ली है। बच्चे 15 जून से स्कूल जाना भी शुरू कर दिया। आज सुबह स्कूल प्राचार्य का फोन आया और उन्होंने कहा कि आपके बच्चों का दाखिला ऑनलाइन करवा दो, कल अंतिम तारीख है। अगर तुम्हारा ऑनलाइन दाखिला नहीं होगा तो तुम्हें अपने बच्चों की फीस देना पड़ेगा। दुर्गेश मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण करता है। आरटीई के तहत् अपने बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा मिलने से खुश था। परन्तु स्कूल प्राचार्य के फोन से वह हतोत्साहित हो गया। वह डीईओ पहुंचा वहां से उसे डीपीसी भेज दिया वहां से उसे बीआरसी भेज दिया। बीआरसी से उसे जानकारी मिली कि सोना मेमोरियल हा.से. स्कूल ने अपने परिसीमन में वार्ड न. 21, 22 व 23 ही शामिल किये है। जबकि दुर्गेश इस परिसीमन में नहीं आता है। इसलिये वह अब इस स्कूल में आवेदन भी नहीं कर पाएगा। जिस स्कूल में उसके बच्चें आरटीई के तहत् पढऩे ही लगे थे।
आज अंतिम दिन कैसे मिलेगा प्रवेश, नहीं तो देनी होगी फिस
दुर्गेश के सामने अब समस्या है कि 30 जून आवेदन की अंतिम तारीख है, अब दूसरे किस स्कूल में आवेदन करे? आरटीई के तहत् सोना मेमोरियल में दाखिला होने पर पुस्तकें, यूनिफार्म पर 2500 रूपये का नुकसान भुगतना पड़ेगा।

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