मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इस वर्ष भी 15 जुलाई से 15 अगस्त तक नर्मदा सहित प्रदेश की 313 नदियों के कैचमेंट एरिया में पौध-रोपण किया जायेगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा के कैचेमेंट एरिया में जल्दी ही तालाब निर्माण का कार्य भी शुरू किया जायेगा। इसके लिए राशि भी स्वीकृत की गई है। मेढ़-बँधान के कार्य भी किये जायेंगे, जिससे पानी रिस-रिस कर माँ नर्मदा में पहुँचेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण को बचाने और वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करने के लिये वे आलोचना की परवाह किये बिना हमेशा प्रयास करते रहेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान होशंगाबाद में ‘नमामि देवी नर्मदे” सेवा यात्रा के प्रथम वर्षगाँठ समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सीवरेज वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट और अमृत योजना के स्ट्रॉम वॉटर ड्रेन का भूमि-पूजन किया। ट्रीटमेंट प्लांट 10 करोड़ 24 लाख की लागत से निर्मित किया होगा।

नर्मदा तटों पर विकास के लिये 1377 करोड़ स्वीकृत

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा के तटों पर विकास के लिये 1377 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गये हैं। आठ नगरीय निकायों में सीवेज ट्रीटमेंट प्लान्ट का कार्य शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि बाबई के मुंहासा में एसकेपी प्लांट लगाये जायेंगे। घाटों पर 249 शौचालय निर्माण का कार्य शुरू किया गया है तथा ग्रामीण क्षेत्र में 29 हजार 500 शौचालय बनाए गये हैं। नर्मदा के किनारे बसे 110 गाँव में चेंजिंग-रूम एवं शौचालय का कार्य शुरू किया गया है। घाटों पर कचरा एकत्रित करने के लिए 285 कचरा-पेटी एवं वाहन दिये जा रहे हैं। सॉलिड बेस की स्थापना के लिए होशंगाबाद एवं देवास में क्लस्टर की स्वीकृति दी गई है। इसका कार्य शीघ्र प्रारंभ होगा। नगरीय क्षेत्रों में 20 और ग्रामीण क्षेत्रों में 14 हजार मुक्ति-धाम बनाये गये हैं। होशंगाबाद में गैस पर आधारित शवदाह गृह के लिए सांसद निधि से राशि स्वीकृत की गई है। करीब 235 ग्राम पंचायतों में जैव विविधता समिति बनाई गई है।

श्री चौहान ने बताया कि 2227 गाँवों में बायोगैस संयंत्र स्वीकृत किए गए हैं। नर्मदा के दाएँ तट पर 40 और बाएँ तट पर 42 रैन-बसेरों के निर्माण के लिए 41 करोड़ 40 लाख रूपये स्वीकृत किये गये हैं। नर्मदा किनारे 2 हजार 448 सोलर पंप स्थापित किये गये हैं। उद्योगों का प्रदूषित पानी नर्मदा में जाने से रोकने के लिये रिवर्स आश्वासिक प्लांट की स्थापना के लिए प्रयास किए गए हैं।

68 शराब दुकानें बन्द

मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा किनारे के क्षेत्रों की 68 शराब दुकानों को बंद करवा दिया गया है। उन्होंने बताया कि नर्मदा तट की रेत खदान की नीलामी नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि नर्मदा किनारे के 130 मजरे-टोलों में विद्युतीकरण के साथ ही 100 पूजन कुण्ड एवं विसर्जन कुण्ड बनवाये गये हैं। जैविक खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नर्मदा सेवा समिति 16 जिलों में नर्मदा की सफाई और स्वच्छता का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने सभी उपस्थित लोगों को नर्मदा सेवा मिशन को जारी रखने का संकल्प दिलाया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समारोह में रिपेरियन जोन पर आधारित फोटो गैलरी का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने ‘नर्मदा सेवा मिशन का एक वर्ष” पुस्तक, नर्मदापुरम् संभाग के कमिश्नर श्री उमाकांत उमराव की ई-बुक, प्रोफेसर विपिन व्यास की नर्मदा के बायलॉजिकल हेल्थ पर लिखी पुस्तक, नर्मदा पवित्र सर्वदा अभियान पर आधारित फोल्डर और नर्मदा पोर्टल का विमोचन किया। उन्होंने 11 व्यक्तियों को 108 प्रकार के पौधों की विभिन्न प्रजातियों के बीज भी वितरित किए।

कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा, जिला प्रभारी मंत्री श्री जालम सिंह पटेल, सांसद श्री राव उदय प्रताप सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री कुशल पटेल, विधायक श्री विजयपाल सिंह, श्री ठाकुर दास नागवंशी और श्री सरताज सिंह, खनिज विकास निगम अध्यक्ष श्री शिव चौबे, राज्य अंत्योदय समिति सदस्य श्री हरिशंकर जयसवाल, नगर पालिका अध्यक्ष श्री अखिलेश खण्डेलवाल और जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती संगीता सोलंकी मौजूद थे।

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