छतरपुर। छतरपुर जिले के हरपालपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत नगर वार्ड-11 में शादी के 14 दिन बाद गहने और नकद रुपये लेकर भागने वाली दुल्हन और शादी कराने वाले दलाल के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। फरियादी दूल्हे ने इस मामले की शिकायत हरपालपुर थाने में की थी। थाना पुलिस ने मामले में जांच उपरांत जिला पुलिस अधीक्षक अगम जैन के निर्देश ने बाद बीएनएस की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।

फरियादी दूल्हा संदीप मिश्रा ने बताया कि दस जनवरी को सूरजपाल ब्राह्मण, लल्लू ब्राह्मण दोनों पिता पुत्र निवासी थाना गोहांड जिला हमीरपुर उत्तर प्रदेश, अपने एक अन्य साथी भगवत पाठक पिता पट्टेदार पाठक निवासी महोबकंठ जिला महोबा, अन्य साथी सुरेश रावत और उसकी मां शीला बाई, पति बाबूलाल रावत (सौर) निवासी धवारी थाना जतारा जिला टीकमगढ़, जो दुल्हन की मां है। दुल्हन को लेकर उसके घर आए। संदीप मिश्रा ने पिता से कहा कि लड़की पढ़ी-लिखी है।

आप लोग अपने पुत्र का विवाह इस लड़की जिसका नाम रागनी है के साथ करवा दीजिए। रागनी की घर आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। जिसके बाद मेरे पिता इन लोगों की बातों में आकर शादी का खर्चा देकर शादी के लिए तैयार हो गए। इसके बाद 21 जनवरी को उत्तर प्रदेश के राठ के श्यामला देवी मंदिर हिंदू रीतिरिवाज से संदीप एवं रागनी की शादी हो गई।
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शादी के बाद दुल्हन ने घर पहुंच कर अजीबो-गरीब व्यवहार किया। शादी के 14 दिन बाद पांच फरवरी को दुल्हन ने रात के समय खाने में नशीला पदार्थ मिला पूरे परिवार को खाना खिला दिया और पूरा परिवार गहरी नींद में सो गया। अगले दिन सुबह 7 बजे के लगभग संदीप एवं उसका परिवार उठा तो देखा कि दुल्हन गायब थी। घर की दूसरी मंजिल से साड़ी लटक रही थी। उसके सहारे वो दूसरी मंजिल से उतर कर भाग गई। घर से सोने चांदी जेवर भी गायब थे। घर में रखी नकदी 40 हज़ार रुपये भी गायब थे।

वहीं, पुलिस ने फरियादी दूल्हे के आवेदन पर थाना पुलिस द्वारा धोखाधड़ी की धाराओं में दुल्हन रागनी और दलाल रामसेवक द्विवेदी के खिलाफ बीएनएस की धारा 318(4), 319(2), 123, 61(2), 3(5) दर्ज कर आरोप की तलाश में जुट गई है। मामले में जिला पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने कहना कि आरोपियों के खिलाफ हरपालपुर थाने में मामला पंजीबद्ध कर आरोपियों की तलाश की जा रही है। शादी कराने वाले बिचौलिए एवं दुल्हन की तलाश में टीम बना कर कार्रवाई की जा रही है।