अशोकनगर ! विद्युत कनेक्शन देने के बदले 12 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त टीम द्वारा मप्र मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के सहायक यंत्री अरविंद कुमार जैन एवं संविदा परीक्षण सहायक प्रदीप कुमार शर्मा को रंगे हाथों पकड़ा गया है। डीएसपी लोकायुक्त ग्वालियर राजेश शर्मा ने बताया कि उक्त कर्मचारी कॉमर्सियल कनेक्शन देने के लिए दो फाइलों पर साइन करने रिश्वत की मांग कर रहे थे। फरियादी सुनव्वर खां द्वारा 4 मई को लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की गई थी कि उक्त कर्मचारी कॉमर्सियल विद्युत कनेक्शन देने के एवज में फाइल पर साइन करने 15 हजार रूपये मांग रहे हैं। लोकायुक्त पुलिस द्वारा फरियादी की शिकायत पर 7 पीसी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर योजना तैयार की गई। योजना के मुताबिक गुरूवार को शाम करीब 4 बजे फरियादी के हाथों सोडियम कार्बोनेट कैमिकल नोटों पर लगाकर उक्त विद्युत कंपनी के अधिकारियों के पास भेजा। ज्यों ही फरियादी ने रिश्वत के रूप में मांगे गए रूपयों में से 12 हजार रूपये जो उस पर व्यवस्था हो पाई थी, विद्युत कंपनी के अधिकारी को दिए तो उसने 12 हजार रूपयों में से पांच हजार रूपये अपने पास रख लिए और सात हजार रूपये संविदा परीक्षण सहायक प्रदीप कुमार शर्मा ने अपने पास रख लिए और कहा कि दूसरी फाइल पर साइन तब किए जाएंगे जब बाकी तीन हजार रूपये और दे दोगे। इसी बीच फरियादी का इशारा मिलते ही लोकायुक्त की टीम ने विद्युत कंपनी के दोनों कर्मचारियों को कार्यालय में धर दबोचा और उनके पास से रिश्वत के रूपये पांच हजार सहायक यंत्री जैन की जेब से और सात हजार रूपये शर्मा की जेब से बरामद किए। दोनों के हाथ धुलवाए, जिनका रंग गुलाबी निकला। लोकायुक्त टीम द्वारा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7, 13(1)डी, 13 (2), 8 के तहत दोनों आरोपियों पर प्रकरण पंजीबद्ध कर दोनों आरोपियों को जमानत पर रिहा किया गया है।