नेशनल डेस्क: समाज में पैसे की किमत क्या है वह हम सभी जानते हैं। लोग पैसे के पीछे भाग रहे हैं। कई बार अधिक पैसा कमाने की चाह गलत रास्ते पर ले जाती है। इसी बीच 12 वर्ष के एक बच्चेे के फैसले ने दुनिया को हैरान कर दिया है। वह इस उम्र में ही संसारिक सुखों को त्याग कर दिक्षा लेने जा रहा है। 7वीं कक्षा में पढ़ने वाले भव्य शाह ने आखिरी बार अपने परिजनों से मुलाकात कर ली है।
भव्य हीरा कारोबारी दीपेश शाह का बेटा है। शाह ने अपने बेटे की मुहूर्त यात्रा बेहद ही शानदार तरीके से फरारी में निकाली। हीरा कारोबारी का कहना है कि भव्य पिछले डेढ़ साल से उनके गुरूजी के पास रह रहा था और उसे पता है वो जिस राह पर जा रहा है वहां कितनी कठिनाई हैं। उसका परिवार खुश है कि उनका बेटा भी अब आधात्यमिक महत्व को समझेगा और कुछ दिनों बाद जैन मुनि के रुप में लोगों के बीच ज्ञान की गंगा बहाएगा।
भव्य की बड़ी बहन ने भी दीक्षा का रास्ता अपनाया था। शाह की बेटी प्रियांशी ने चार साल पहले 12 वर्ष की उम्र में ही दीक्षा लेकर घर-संसार त्याग दिया था और अब भव्य भी उसी राह पर जा रहा है। दीक्षा लेने से पहले ही भव्य अहमदाबाद, राजकोट, राजस्थान में 1000 किमी से अधिक बार पैदल यात्रा कर चुका है। शाम होने से पहले ही भोजन को त्याग देने की बदौलत उसे दीक्षा की अनुमति मिली है।