भोपाल । मप्र कैडर के आईपीएस अफसरों के प्रमोशन को डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमेटी ने हरी झंडी दे दी है। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने मप्र में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) के 9 पद भी स्वीकृत कर दिए हैं। अब भोपाल पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर सहित चार अफसरों के प्रमोशन इस पद पर प्रमोशन मिल जाएगा।
वर्तमान में एडीजी का एक भी पद खाली नहीं होने के कारण डीपीसी की बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि केंद्र से पदों की मंजूरी मिलने के बाद इन अफसरों को प्रमोट किया जाए। अब शिवराज कैबिनेट में पदों की मंजूरी मिलते ही चारों अफसरों के प्रमोशन का आदेश जारी हो जाएगा।
गुरुवार को मंत्रालय में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें डीजीपी विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान व डॉ. राजेश राजौरा बतौर सदस्य मौजूद रहे। बैठक में 11 अफसरों को प्रमोशन देने का निर्णय हुआ। 1997 बैच के अफसरों भोपाल पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर, गृह सचिव डी श्रीनिवास वर्मा, आईजी जबलपुर उमेश जोगा और प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ आईजी बीएसएफ सोलोमन यश के मिंज को प्रमोशन के लिए फिट पाया गया, लेकिन एडीजी का पद उपलब्ध होने के बाद प्रमोशन देने पर सहमति दी गई।
गृह विभाग के मुताबिक डीपीसी में 1997 बैच के अलावा 2004 बैच आईजी, 2008 बैच डीआईजी और 2009 बैच के अफसरों को सिलेक्शन ग्रेड पर प्रमोशन देने पर विचार किया गया। 2004 बैच के डीआईजी सीआईडी गौरव राजपूत, प्रतिनियुक्ति पर बीएसएफ में पदस्थ संजय कुमार, एडिशनल पुलिस कमिश्नर इरशाद वली और भोपाल ग्रामीण डीआईजी संजय तिवारी 1 जनवरी 2022 को आईजी के पद पर प्रमोट हो जाएंगे। 2008 बैच के आईपीएस मुरैना एसपी ललित शाक्यवार और प्रतिनियुक्ति पर सीबीआई में पदस्थ जयदेवन ए और शियास ए को डीआईजी रैंक मिल जाएगा। गृह विभाग के सूत्रों का कहना है कि 2009 बैच के दो अफसरों अनीता मालवीय और साकेत पांडे को विजिलेंस क्लीयरेंस नहीं होने के कारण सिलेक्शन ग्रेड में प्रमोशन नहीं दिया गया।