कोरबा कोरबा जिले में कोरोना संक्रमण के तीसरी लहर की आशंका के बीच 34 संकमित मिले। गंभीर बात यह है कि इसमें 11 बच्चे शामिल हैं। छह बच्चे नियमित स्कूल जा रहे थे। शेष पांच बच्चे आनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। परिस्थति को देखते हुए सतरेंगा व तुंगुमाड़ा में संचालित छह स्कूलों को प्रशासन ने 15 दिन के लिए बंद कर दिया है। जिले में एक दिन पहले 11 संक्रमित मिले थे। अचानक दो दिन में संक्रमितों की संख्या अधिक हो गई है।
कोरबा जिले में खुद से चलकर कोरोना जांच केंद्र पहुंचने वालों की जांच तो की ही जा रही। साथ ही प्रशासन रेंडम जांच कर रही हैं। औसतन हर रोज तीन सौ से अधिक लोगों का सैंपल लिया जा रहा हैं। अब तक हर रोज दो से पांच लोग ही संक्रमित मिलते रहे हैं। शुक्रवार को अचानक 11 संक्रमित मिले जो प्रदेश के अन्य जिले के मुकाबले सर्वाधिक था। शनिवार यह बढ़कर 34 हो गया। प्रशासन ने सतरेंगा गांव में कैंप लगाया इस दौरान सर्दी जुकाम के लक्षण वाले बच्चों का भी सैंपल लिया गया। रिपोर्ट आने पर प्राथमिक शाला सतरेंगा के पांच व तुंगुमाड़ा की एक छात्रा संक्रमित निकली। इमलीडुग्गू की एक, मिशन रोड के तीन और एमपी नगर का एक बच्चा शामिल है। सभी की उम्र चार से दस साल के बीच है। भले ही संक्रमित बच्चे सतरेंगा और तुंगुमाड़ा के प्राथमिक स्कूल के पढ़ने वाले हों पर यहां संचालित सभी छह स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। हालाकि रविवार को केवल एक संक्रमित मिला। शहर की बात करें तो कोसाबाडी व एम.पी. नगर क्षेत्र में संक्रमितों की संख्या अधिक है।
इसके पहले भी बच्चों के संक्रमित होने की वजह से कुदमुरा और मानिकपुर के कदमहाखार के स्कूलों को बंद किया गया। कदमहाखार में तो स्कूल पुनः प्रारंभ हो गया है पर 15 दिन का समय पूरा नहीं होने के कारण कुदमुरा का स्कूल अभी भी बंद है। सतरेंगा और तुंगुमाड़ा के बच्चे उस दौरान संक्रमित पाए गए जब पिछले तीन दिन से स्कूल सरकारी अवकाश के कारण बंद थे। जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी का कहना कि जिन स्कूलों के बच्चे संक्रमित पाए गए हैं वहां के सभी बच्चों की जांच करने स्वास्थ्य विभाग से कहा गया है।