भोपाल ! मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुसलमान समुदाय के देशभर के 105 प्रतिभाशाली मेधावी छात्र-छात्राओं को 10-10 हजार रुपए की सम्मान निधि प्रदान करने की घोषणा की है। चौहान आज यहां भारतीय मूल के प्रवासी मुसलमानों की संस्था फेडरेशन ऑफ मुस्लिम ऑफ इंडियन ओरिजन (यूएसए, कनाडा) के 24वें सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। दो दिवसीय कार्यक्रम एसोसिएशन ऑफ इंडियन मुस्लिम भोपाल द्वारा किया गया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि शिक्षा वही है, जो इंसान बनाए। तालीम बहुत जरूरी है। प्रदेश सरकार ने बिना किसी भेदभाव के शिक्षा के लिए आवश्यक सहयोग और सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं। अल्पसंख्यक, कमजोर और सामान्य वर्ग के गरीब छात्र-छात्राओं के लिए छात्रवृत्ति की योजनाएं संचालित की हैं। प्रदेश में 1 लाख 60 हज़ार अल्पसंख्यक विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जा रही है। विदेशों में अध्ययन के लिए 15 लाख रुपए की आर्थिक सहायता भी उपलब्ध करवाई जाती है। इन योजनाओं में लाभान्वित नहीं हो पाने वाले विद्यार्थियों को राज्य सरकार की गारंटी पर उच्च शिक्षा के लिए ऋण भी उपलब्ध करवाया जाता है। गांव के बाहर पढऩे जाने वाले बालक-बालिकाओं को साइकल दी जाती है। शिक्षा के लिए पुस्तकें नि:शुल्क मिलती हैं, आठवीं तक नि:शुल्क गणवेश भी दिया जाता है। परीक्षा में 60 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाली छात्रा को ‘गांव की बेटी योजना में लाभान्वित किया जाता है। चौहान ने कहा कि बिना भाईचारे जिन्दगी बेमानी है। यह भारत देश ही है जिसने दुनिया को प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया है। यहां पर सबको सम्मान और प्रेम मिलता है। उन्होंने कहा कि ‘मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिन्दी है हम वतन है हिन्दोस्तां हमारा। इसीलिए प्रदेश के मुख्यमंत्री निवास में सभी धर्मों के पर्व पूरे उत्साह, उल्लास और सम्मान के साथ मनाए जाते हैं।