भोपाल। डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना के निर्देश पर मध्य प्रदेश पुलिस के सभी आला अफसरों ने सड़कों पर गश्त की। इस दौरान रेंज एडीजी, आईजी, डीआईजी, एसपी सहित 20 हजार पुलिस अफसर और जवान सड़कों पर उतरे। इन अफसरों ने व्यापारियों के साथ ही आम लोगों से भी बातचीत की। डीजीपी भी स्वयं भोपाल में दस किलो मीटर पैदल मार्च किया था।

मध्य प्रदेश में जनता का भरोसा जीतने के लिए डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना का अनूठा प्रयास कारगर साबित हो रहा है। उनके इस पद पर पदस्थ होने के बाद प्रदेश में यह दूसरा मौका है जब रेंज एडीजी-आईजी, डीआईजी, एसपी जैसे पुलिस के आला अफसरों को सड़कों पर उतर कर न सिर्फ पैदल मार्च करना पड़ा, बल्कि आम लोगों से बातचीत कर सुरक्षा की हकीकत भी इन अफसरों को जानने का मौका मिला। प्रदेश भर में करीब सौ आईपीएस अफसर शनिवार को सड़कों पर मोर्चा संभाले हुए थे।

जनता से मिले फीडबैक के बाद पुलिस अपनी व्यवस्थाएं और बेहतर करने का प्रयास करेगी। डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने न सिर्फ सभी को निर्देश दिए बल्कि स्वंय भी सड़क पर पैदल मार्च कर यह संदेश दिया कि डीजीपी से लेकर आरक्षक तक प्रदेश की जनता की सुरक्षा के लिए है। डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने सड़कों पर उतर कर आम जनता से पूछा कि क्या उन्हें कोई माफिया, गुंडा या बदमाश परेशान तो नहीं कर रहा। उनके आसपास कानून व्यवस्था कैसी है। दरअसल प्रदेश में एक बार फिर रेंज एडीजी, आईजी, पुलिस कमिश्नर, डीआईजी और एसपी से लेकर सभी अफसर शनिवार को पैदल मार्च करते हुए गश्त पर निकले। डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना के निर्देश पर सभी जिलों में यह गश्त शाम को शुरू हुई जो देर रात तक चलती रही।

इसमें प्रदेश भर के करीब 20 हजार पुलिस अफसर और जवान शामिल रहे। डीजीपी के निर्देश पर सड़क पर उतरे अफसरों ने कानून व्यवस्था का जायजा लिया। डीजीपी करीब दस किलो मीटर तक पैदल चले। वहीं अन्य जिलों में भी रेंज एडीजी-आईजी, डीआईजी अपने-अपने मुख्यालय के जिले के पुलिस अधीक्षकों के साथ पूरे शहर में पैदल मार्च करते रहे। थाना क्षेत्रों में भी प्रभारी और उनके जवानों ने पैदल मार्च किया।