इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर से बड़ी खबर है। यहां शेल्टर होम से 10 बांग्लादेशी युवतियां फरार हो गई हैं। जिस वक्त लड़कियां भागी उस वक्त 2 थानों की पुलिस इनकी निगरानी कर रही थी। युवतियां बुधवार रात रस्सी के सहारे भाग निकली, जिनका अभी तक कुछ पता नहीं चला है। ये युवतियां सेक्स रैकेट का हिस्सा थीं, जिन्हें नौकरी के नाम पर भारत लाया गया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक, लड़कियां बाणगंगा स्थित वृद्धाश्रम शेल्टर होम से भागी हैं। विजय नगर पुलिस ने इन लड़कियों को पिछले साल अक्टूबर में एक होटल से छुड़ाया था। महालक्ष्मी नगर स्थित होटल में इन्हें बंधक बनाकर रखा गया था। यहां पुलिस को बांग्लादेश की इन 10 लड़कियों के साथ-साथ दूसरे राज्यों की 6 लड़कियां भी मिली थीं।
पुलिस की भूमिका संदिग्धजानकारी के मुताबिक, आश्रम प्रबंधन के मुताबिक, कोई शख्स आईडी दिखाकर युवतियों को अपने साथ ले गया है। वहीं, पुलिस का कहना है कि आश्रम प्रबंधन को हमें सूचित करना चाहिए था। मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है।
ऐसे हुआ था खुलासा
भोपाल से गौरतलब है कि महीनों पहले विजय नगर पुलिस ने शहर में रूष्ठ ड्रग्स की सप्लाई करने वाले बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया था। पुलिस ने 16 युवतियों सहित 7 युवक गिरफ्तार किए थे। इस दौरान जांच में पता चला कि इनमें 10 बांग्लादेशी लड़कियां हैं, जिनका कनेक्शन सेक्स रैकेट चलाने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड सागर जैन उर्फ सेंडो से है। वह इन लड़कियों के माध्यम से शहर में नशे का कारोबार कर रहा था। ये लड़कियां हर उस जगह जातीं जहां युवाओं की भीड़ लगती और फिर उन्हें खतरनाक रूष्ठ ड्रग्स का आदी बना दिया जाता। सागर जैन को विजय नगर पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था।
बताया जाता है कि इन लड़कियों की तस्करी करने वाले बांग्लादेशी एजेंट गरीब परिवारों को लड़कियों पर नजर रखते थे। उन्हें काम दिलवाने का झूठ बोलते और फंसाते थे। ये एजेंट अवैध रूप से बॉर्डर क्रॉस कर लड़कियों को कोलकाता लाते थे। उसके बाद इन लड़कियों को ट्रेनिंग दी जाती थी। ट्रेनिंग के बाद सारी लड़कियों को मुंबई ले आते थे। यहां लाकर इन लड़कियों को दोबारा ट्रेनिंग दी जाती थी।