भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी का चेहरा श्री कमलनाथ ने मतदान की समीक्षा और अपने कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने के बाद कहा कि 10 नवंबर को जनता की सरकार बनना तय है। लोकतंत्र व संविधान के हत्यारों को जवाब मिलना तय है। यह चुनाव निश्चित ही प्रदेश की दशा-दिशा तय करेगा, इसका परिणाम देश भर में एक संदेश के रूप में होगा, सच्चाई की हर हाल में जीत होगी।
श्री कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के 28 उपचुनावो के क्षेत्रों के मतदाताओं का आभार। कोरोना काल के बावजूद भी उन्होंने अभूतपूर्व उत्साह दिखाते हुए बढ़-चढ़कर मतदान में हिस्सा लिया, अपने कर्तव्य का पालन किया, तमाम अनैतिक हथकंडो को करारा जवाब दिया। यह चुनाव जनता का चुनाव था, जनता ने खुद इसे लड़ा।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के स्टेटमेंट में “कांग्रेस की सरकार” नहीं बल्कि “जनता की सरकार” वाक्य का उपयोग किया गया है। यह बिल्कुल वैसा ही है जैसा रोजगार और सरकारी नौकरी के बीच होता है। दोनों शब्दों के बीच बड़ा अंतर है। समझने की जरूरत है कि कमलनाथ ने ‘हमारी सरकार’ या फिर ‘कांग्रेस की सरकार’ वाक्य का उपयोग क्यों नहीं किया। क्या जनता की सरकार से तात्पर्य गठबंधन की सरकार या फिर भारतीय जनता पार्टी की सरकार?