मुंबई। एक्टिंग की दुनिया में प्रतिभा सिन्हा ने कदम तो रखा दिया। लगभग दर्जन भर फिल्में भी कर डाली। लेकिन पहचान उन्हें इंडस्ट्री में इतना समय गुजारने के बाद भी नहीं मिला पाई। वहीं दूसरी ओर उनकी मां माल्हा सिन्हा अपने दौर की पॉपुलर एक्ट्रेस रह चुकी थीं। मां सुपरस्टार होने के बाद बेटी सुपर फ्लॉप बनकर रह गई।
फिल्म राजा हिंदुस्तानी का उनका एक गाना परदेसी परदेसी जाना नहीं काफी पॉपुलर हुआ था। लगने लगा था कि इसके बाद प्रतिभा की प्रतिभा को पहचाना जाएगा। लेकिन एक्ट्रेस गुमनामी के अंधेरों में कहीं खो गईं। देखा जाए प्रतिभा राय की मां माला सिन्हा 60-70 के दशक की चर्चित एक्ट्रेस रही थीं। उन्होंने जो सफलता हासिल की थी वो किसी भी एक्ट्रेस के लिए पाना कोई आसान काम नहीं था फिर भी एक्ट्रेस की बेटी को वो सही मुकाम नहीं मिल पाया जो इंडस्ट्री में इतनी फिल्में करने के बाद शायद उन्हें मिल सकता था। जहां मां सुपरस्टार थीं वहीं बेटी सुपर फ्लॉप साबित हुईं। प्रतिभा सिन्हा ने साल 1996 में आई फिल्म ‘राजा हिन्दुस्तानी’ के गाने ‘परदेसी-परदेसी’ में बंजारन की भूमिका निभाई थी।
उनका यह गाना काफी फेमस हुआ था साथ ही लोगों ने बंजारन की भूमिका में नजर आईं प्रतिभा को भी काफी पसंद किया था। फिर भी इससे उनके करियर को कोई खास फायदा नहीं हुआ और करियर ग्राफ भी नहीं बढ़ पाया। ऐसा नहीं कि प्रतिभा राय को अपनी एक्टिंग का हुनर आजमाने का चांस नहीं मिला था। उन्होंने अपने एक्टिंग करियर में कई फिल्मों में काम किया है। वह ज्यादातर उन्हीं फिल्मों में नजर आईं जिनमें बड़ी स्टारकास्ट होती थी भले ही उनका रोल छोटा होता था लेकिन फिल्में हिट होती थीं। लेकिन इनसे प्रतिभा के करियर को कोई फायदा नहीं मिल सका। असल में प्रतिभा ने काम तो लगभग दर्जन भर फिल्मों में किया था लेकिन उनके काम को किसी ने भी नोटिस नहीं किया। साथ ही समय गुजरने के साथ प्रतिभा पर असफल एक्ट्रेस का ठप्पा भी लग गया था। सिर्फ यही एक वजह नहीं थी जिसके चलते प्रतिभा का करियर तबाह हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक काम करते करते ही शुरूआत में प्रतिभा म्यूजिक डायरेक्टर नदीम सैफी के प्यार में दीवानी हो बैठी थीं। कहते हैं कि एक्ट्रेस की मां माला सिन्हा इस रिश्ते के सख्त खिलाफ थीं।
हालांकि, नदीम के प्यार में डूबीं प्रतिभा ने किसी की एक ना सुनी। खबरों की मानें तो इस रिलेशन का असर प्रतिभा के करियर पर पड़ने लगा था और उनका करियर ठप होता चला गया। बता दें कि इस बीच नदीम सैफी का नाम गुलशन कुमार हत्याकांड में भी आया और वो रातों रात देश छोड़कर लंदन चले गए थे। इसका सीधा असर प्रतिभा के करियर पर भी पड़ा और उन्हें फिल्मों में काम मिलना बंद हो गया। कोई नहीं जानता कि प्रतिभा कहां है। दर्जन भर फिल्में करने के बाद भी प्रतिभा आज गुमनामी की जिन्दगी बसर कर रही हैं।