भोपाल। राजधानी भोपाल के बीजेपी कार्यालय में बुलाई गई प्रदेश चुनाव समिति की बैठक शुरु हो गई है। बैठक में शामिल होने तमाम बड़े नेता पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह, सहस्त्रबुद्धे और लोकसभा प्रभारी स्वतंत्रदेव सिंह समेत कई नेता-सासंद पहुंचे है।बैठक में २९ सीटों पर चर्चा कर पैनस बनाया जाएगा। पैनल में नाम फायनल होने पर यह केन्द्रीय चुनाव समिति को भेजा जाएगा, इसके बाद लिस्ट फायनल की जाएगी।वही होली के पहले लिस्ट जारी होने की कोई संभावना नही है, इस बाद के संकेत खुद चुनाव समिति के सदस्य शिवराज ने दिए है।
बैठक के पहले मीडिया से चर्चा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने बताया कि प्रदेश चुनाव समिति की बैठक के बाद चयनित प्रत्याशियों का पैनल दिल्ली में पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जाएगा, जिसके बाद अंतिम फैसला दिल्ली से ही लिया जाएगा। मध्यप्रदेश की लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट 22 मार्च के बाद जारी होगी।वही केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि आज सभी 29 सीटों पर विचार विमर्श होना है। चुनाव समिति आज केंद्र के लिए अपने रिकमंडेशन करेगी। जब केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी तब टिकट को अंतिम रूप दिया जाएगा। आज एक प्राथमिक एक्सरसाइजकी जा रही है। भाजपा जीवन पार्टी है यहां सबको बोलने का अधिकार है।
खबर है कि दिल्ली से हाईकमान की लाइन लेकर प्रदेश प्रभारी डॉ. विनय सहस्त्रबुद्धे और लोकसभा प्रभारी स्वतंत्रदेव सिंह भी इस बैठक में शामिल होंगे। उस आधार पर दावेदारों के नाम फाइनल करके केंद्रीय चुनाव समिति को भेज दिया जाएगा। सभी 23 सांसदों के नाम पैनल में शामिल किए जाएंगे। किसे दोबारा टिकट देना है किसे नहीं, ये सर्वे के आधार पर केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में तय होगा। प्रत्याशियों के नाम पर आख़िरी फैसला केंद्रीय समिति करेगी।वही पिछले सप्ताह हर लोकसभा क्षेत्र के पदाधिकारियों के साथ हुई बातचीत में जिन दावेदारों के नाम आए हैं, उन्हें भी प्रदेश चुनाव समिति के सामने रखा जाएगा। इसके अलावा उन सभी नामों पर भी चर्चा होगी, जिन्हें चुनाव समिति के सदस्यों द्वारा सुझाया जाएगा। पार्टी नेताओं की मानें तो पैनल में कितने नाम होंगे, इसकी सीमा भी तय नहीं की गई है।
टिकटों के मचे घमासान पर वरिष्ठ नेता प्रभात झा ने कहा कि जो भाजपा के कार्यकर्ता है उन्हें सब को टिकट मांगने अधिकार है। टिकट की चर्चा करना, चुनाव समिति मध्यप्रदेश प्रस्ताव करके केन्द्र में ले जाने का अधिकार चुनाव समिति को है। केंद्रीय चुनाव समिति फाइनल मोहर लगती है, इसलिए राजनीतिक दल प्रक्रिया से चलते है और इस प्रक्रिया का पहला दौर आज की बैठक से शुरू हो गया है। वही गुना और छिन्दवाड़ा सीट के नामों को लेकर झा ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस 20-25 सीटों पर कैंडिडेट ढूंढ नही पा रही है वैसे ही हमारी कोशिश होगी कि कोई दमदार उम्मीदवार वहां से लड़े।
वही बैठक की खबर लगते ही कई नेताओं सभी बड़े नेता भाजपा कार्यालय पहुंचे हैं। कई नेता टिकट की दावेदारी के लिए पहुंचे हैं तो कई दिग्गज नेता अपने बच्चों, भाई भतीजों के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं और जोर लगा रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने अपने बेटे अभिषेक भार्गव और पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने अपनी बेटी मौसम के लिए टिकट की मांग की है।हालांकि अभिषेक भार्गव ने साफ कहा है कि पार्टी बड़े लक्ष्य के साथ चुनावी मैदान में उतर रही है अगर मेरी दावेदारी से वंशवाद के आरोप लगते हैं तो मैं अपनी दावेदारी वापस लूंगा ।वही मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते और खंडवा नंदकुमार सिंह चौहान ने फिर से दावेदारी पेश की है।
सागर सांसद और केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक के बाद राजगढ़ सांसद रोडमल नागर का भी विरोध देखने को मिला है। विरोध जताने बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय में पहुंचे। कार्यकर्ताओ ने शिवराज से गुहार लगाते हुए कहा कि किसी को भी दें टिकट पर रोडमल को टिकट न दिया जाएं।इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उन पर काम न करने का आरोप लगाया।इस पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि सबकों अपनी बात रखने और दावेदारी करने का हक है।लेकिन टिकट पर अंतिम फैसला पार्टी ही करेगी। चुनाव समिति की बैठक में कई नामों पर विचार किया जाएगा और पैनल बनाकर हाईकमान को भेजा जाएगा। केंद्रीय नेतृत्व ही अंतिम निर्णय लेगा।
चुनाव समिति की बैठक को लेकर लोकसभा प्रभारी स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि जिसे कार्यकर्ता चाहेंगे हर उस नाम पर विचार होगा । शिवराज सिंह चौहान और साधना सिंह चौहान के चुनाव लड़ने पर कहा कि अगर कार्यकर्ता कहेंगे तो उन्हें टिकट दिया जाएगा। दावेदारी जताने का हक सबको है। आज बैठक में नामों पर चर्चा की जाएगी और जो भी पैनल तैयार होगा उसे हाईकमान को भेजा जाएगा, वहां से नाम फायनल होंगें। इसके बाद लिस्ट जारी की जाएगी।