इंदौर। महाकाल दर्शन करने आए इंदौर के एक दंपती ने बेटी के साथ मिलकर होटल में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। देर रात होटल में किसी का फोन आया कि कमरे में जाकर देखो। इस पर कर्मचारी पहुंचे तो कमरे में से पत्नी और बेटी का शव पलंग पर पड़ा मिला, वही पति गायब था। कमरे में से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते आत्महत्या करने की बात कही है।
देवासगेट पुलिस ने बताया कि इंदौर के द्वारकापुरी निवासी रमणीकलाल भाटी (47) देवास गेट स्थित होटल अजय में पत्नी रेणु (40) और बेटी निकिता (8 ) के साथ कमरा नंबर 308 में रुका था। यह तीनों 3 जनवरी से शहर आए थे। रविवार रात होटल में किसी का फोन आया कि कमरा नंबर 308 में जाकर देखो कुछ हो गया। इस पर कर्मचारी दौड़े-दौड़े पहुंचे। जब कमरा खोला तो पलंग पर पत्नी रेणु और बेटी निकिता की लाश पड़ी हुई थी। इस पर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब जांच शुरू की तो सुसाइड नोट मिला, जिसे रेणु ने ही लिखा है। इसमें कहा है कि आर्थिक स्थिति खराब होने के चलते तीनों आत्महत्या कर रहे हैं।
हालांकि जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पति रमणीकलाल भाटी नहीं मिला। होटल के सीसीटीवी फुटेज देखे तो रात 8.30 बजे के करीब रमणीकलाल कमरे से अंदर-बाहर आते जाते दिख रहा है। पुलिस केा आशंका है कि पत्नी और बेटी को जहर देने के बाद वह कहीं चला गया। पुलिस पूरे मामले को संदिग्ध मानते हुए गायब हुए पति की तलाश कर रही है।
होटल के कमरे में से मिला सुसाइड नोट में रेणु ने लिखा है कि आत्महत्या के बाद उसकी, बेटी और पति के आंखे, चमड़ी व शरीर मेडिकल कॉलेज में दान कर देना। पता भी गलत निकला होटल में दर्ज किया गया इंदौर के द्वारकापुरी का पता भी गलत निकला। पुलिस ने जब पते के आधार पर इंदौर में पूछताछ करवाई तो पता चला कि पांच वर्ष पहले ही मकान खाली कर दिया। इन्होंने आधार कार्ड के आधार पर होटल में पता दर्ज करवाया था।