उज्जैन। महाकाल की नगरी उज्जैन इन दिनों कोरोना से परेशान है। यहां कोरोना इतनी तेज़ी से फैला कि ये प्रदेश के रेड जोन ज़िले में शामिल हो गया। संक्रमित मरीज़ों के हिसाब से ये प्रदेश में तीसरे नंबर पर है। लेकिन मृत्यु सबसे ज़्यादा 20 फीसदी है। हालात लगातार चिंताजनक बने हुए हैं.. हालात लगातार बिगड़े तो पहले इसकी गाज कलेक्टर पर और CMHO पर गिरी। CMHO अनुसुइया गवली को हटा दिया गया है।
उज्जैन में लगातार मौत का आंकड़ा बढ़ने के बाद स्वास्थ विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठे तो अब शासन ने सीएमएचओ अनुसुइया गवली को हटा दिया है। उनकी जगह अब डॉ एम एल मालवीय और सिविल सर्जन का प्रभार डॉ राजू नदारिया को सौंपा गया है। मध्य प्रदेश का हॉट स्पॉट बना उज्जैन अब संक्रमित मरीजों की संख्या के हिसाब से प्रदेश में तीसरे स्थान पर है। लेकिन कोरोना संक्रमित मरीजों की मृत्यु दर सबसे ज्यादा 20 प्रतिशत के लगभग है। ताजा आंकड़ों की बात करे तो अब तक 195 मरीज पॉजिटिव मिल चुके हैं जिसमे से 40 मरीजों की मौत हो चुकी है और 52 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।
ऐसे घुसा वायरस और फिर चेन बनती गयी
उज्जैन में 25 मार्च को पहला पॉजिटिव केस दर्ज हुआ था। जांसापुरा निवासी 59 वर्षीय राबिया बी को इंदौर में भर्ती कराया गया था। उसके बाद उनसे ऐसा वायरस फैला कि वो राबिया के परिवार के 6 लोगों को संक्रमित कर गया। बस उसके बाद ऐसा सिलसिला शुरू हुआ कि उज्जैन में संक्रमण की चेन बनती चली गयी। लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। शहर के फाटक, नलिया बाखल और कोट मोहल्ला में तो संक्रमण का इतना बुरा हाल है कि ये मोहल्ले कोरोना के हॉट स्पॉट बन चुके हैं। इन तीन जगह से ही कुल 44 मरीज संक्रमित मिल चुके हैं। इस बीच पिछले 15 दिन के अंतराल में ही 146 मरीज संक्रमित होकर अस्पताल में भर्ती हुए।
आईसीयू में ताला
लगातार बढ़ रहे मरीज और मौत के आंकड़े के बीच कोविड -9 के लिए मुख्य रूप से बनाए गए आरडी गार्डी अस्पताल की ख़राब व्यवस्था भी मरीज़ों को परेशान कर रही है। इसके खिलाफ कई मरीज और उनके परिवारों ने आवाज भी उठायी। रविवार को बीजेपी के जिस पार्षद की मौत हुई उन्होंने अपने आखिरी संदेश में अस्पताल प्रबंधन पर सवाल खड़े किये थे। इसी अस्पताल में एक महिला की मौत इसलिए हो गयी क्योंकि अस्पताल के आईसीयू में ताला लगा था। कई मरीज वीडियो सन्देश जारी कर प्रशासन को आरडी गार्डी मेडिकल कालेज की अव्यस्था के बारे में बता चुके हैं।
अस्पताल में अव्यवस्था
लगातार आरडी गार्डी अस्पताल की अव्यवस्था के बारे में आवाज उठाने के बाद भी किसी जिम्मेदार अधिकारी ने नहीं सुनीं। मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ने के पीछे एक वजह ये भी हो सकती है। अस्पताल में अव्यवस्था की शिकायत बीजेपी विधायक पारस जैन और सांसद अनिल फिरोजिया सीएम् शिवराज सिंह से कर चुके हैं। कांग्रेसियों ने भी आंदोलन किया था। तराना विधायक तो धरने पर बैठ गए थे, जिनके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था।
कलेक्टर पर गिरी गाज
उज्जैन हॉट स्पॉट बना तो इसकी गाज कलेक्टर शशांक मिश्र पर गिरी। उन्हें उज्जैन से हटाकर भोपाल में मंत्रालय भेज दिया गया। उनकी जगह इंदौर निगम कमिश्नर आशीष सिंह को उज्जैन कलेक्टर बनाया गया। उज्जैन के साथ साथ बड़नगर में भी संक्रमण तेजी से फेल रहा है। यहां एक ही परिवार के 19 लोग संक्रमित हैं साथ ही 4 की कोरोना से मौत और 2 की संदिग्ध हालात में मौत हो चुकी है इसके साथ महिदपुर नागदा में संक्रमण फैला है। उज्जैन की बात की जाए तो यंहा दो डॉक्टर सहित दो नर्स भी संक्रमित हैं अब तक संक्रमित लोगों में 85 साल की बुजुर्ग तो 11 , 13 और 15 साल के बच्चे भी शामिल हैं।
पुराने से नये शहर की ओर बढ़ चला कोरोना
कोरोना वायरस अब कुछ मोहल्लों से निकलकर पूरे शहर को अपनी चपेट में ले रहा है। पुराने शहर से निकलकर नए शहर की और बढ़ रहा है। ताजा आंकड़ों की बात करें तो अब कृष्णा पार्क कॉलोनी, मुनि नगर, नाना खेड़ा और महानंदा नगर तक संक्रमण फैल चुका है। आज की स्थिति में अभी उज्जैन में मुस्लिम बाहुल इलाके सबसे ज्यादा संक्रमित नजर आ रहे हैं। उज्जैन में मृतकों में एक थाना प्रभारी सहित पार्षद, स्वास्थ कर्मी की मौत हो चुकी है।