भोपाल। कोरोना लॉकडाउन के बीच मध्य प्रदेश के भोपाल में आपसी भाईचारे की तस्वीर सामने आई है। जहां मुसलमानों ने अपने हिन्दू पड़ोसी का अंतिम संस्कार करने में मदद ही नहीं कि बल्कि अर्थी को कंधा भी दिया। यह नजारा भोपाल के टीलाजमालपुरा इलाके में देखने को मिला जहां बुधवार को बीमारी की वजह से 50 वर्षीय एक महिला की मौत हो गई। महिला की मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए जब उसके परिजन सामने नहीं आए तो मुस्लिम समुदाय के युवक आगे आए और अर्थी को कंधा देते हुए श्मशान ले गए।
अर्थी को कंधा देने और अंतिम संस्कार करने वालों में शामिल शाहिद खान ने पीटीआई को बाताया कि बुधवार तड़के लीवर की बीमारी के इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। लॉकडाउन की वजह से उसके करीबी और रिश्तेदार नहीं आ सके इसलिए हम उनके शव को छोला विश्राघाट के श्मशान घाट ले गए। उन्होंने कहा कि मृत महिला का पति मोहन नामदेव, जो कि छोटा विक्रेता है और दंपति के दो बेटे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि परिवार गरीब है और महिला लंबे समय से बीमार चल रही थी। लॉकडाउन में शासन का निर्देश है कि 20 लोगों से ज्यादा लोग अंतिम संस्कार में हिस्सा नहीं ले सकते हैं। इसको ध्यान में रखते हुए मुस्लिम समुदाय के लोग सामने आए है महिला को श्मशान ले गए हैं अंतिम सस्कार करवाया।
इस पूरे वाकया का फोटो भी सामने आया है जिसमें आप देख सकते हैं कि किस तरह से मुस्लिम समुदाय के लोग महिला के शव को अपने कंधे पर लेकर श्मशान घाट ले जा रहे हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के ऑफिस के ट्विटर हैंडल से यह फोटो शेयर की गई है जो कि सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है।